नई दिल्ली : केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार को सिविल लाइन के तीरथराम शाह अस्पताल और सुश्रुत ट्रॉमा सेंटर जाकर गणंतत्र दिवस (26 जनवरी) पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में घायल हुए पुलिस कर्मियों से मुलाकात की और उनका हाल जाना।
नए कृषि कानूनों के विरोध के बीच दिल्ली में गणंतत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा के दौरान प्रदर्शनकारियों ने दिल्ली में प्रवेश करने के लिए बैरिकेड्स तोड़ दिए थे और राजधानी के कई हिस्सों में जमकर तोड़फोड़ की थी। प्रदर्शनकारियों द्वारा की गई बर्बरता में कई सार्वजनिक और निजी संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया गया, जिससे कई पुलिस कर्मी घायल हो गए।
वजीराबाद थाने के एसएचओ पीसी यादव ने बुधवार को बताया कि हम लाल किले पर तैनात थे, जब कई लोग वहां घुस गए। हमने उन्हें किले की प्राचीर से हटाने की कोशिश की, लेकिन वे आक्रामक हो गए। हम किसानों के खिलाफ बल का उपयोग नहीं करना चाहते थे, इसलिए हमने जितना संभव हो सके संयम बरता।
वहीं, दिल्ली पुलिस कमिश्नर एस.एन. श्रीवास्तव ने बुधवार को कहा कि दिल्ली में गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा में 394 पुलिस कर्मी घायल हुए हैं। हिंसा के सिलसिले में अब तक उन्नीस लोगों को गिरफ्तार किया गया है और दिल्ली पुलिस ने 25 से अधिक आपराधिक मामले दर्ज किए हैं। कुछ पुलिस कर्मियों को उनकी गंभीर स्थिति के कारण आईसीयू वार्ड में भर्ती किया गया है।