जमशेदपुर । शहर में पुलिस भी सुरक्षित नहीं है। ऐसा देखने को हाल ही में मिला है। स्टेशन से आरपीएफ पुलिस बैरक की दूरी टाटागर स्टेशन से महज तीन सौ मीटर की है। बस इतनी दूरी को पार करने में आरपीएफ के दारोगा स्टेशनपुल पर लहूलहान मिले। समझा जा सकता है कि शहर में कानून की क्या दशा है। बताया जाता है कि टाटानगर स्टेशन सुरक्षा ड्यूटी से बैरक लौट रहा आरपीएसएफ 14 बटालियन में पदस्थापित सहायक दारोगा पी हुजंग जख्मी हो गया। पुलिस ने शुक्रवार सुबह करीब छह बजे उसे जख्मी हालत में स्टेशन से बर्मामाइंस जा रही सड़क से उठाया है। घटना गुरुवार रात सवा 12 बजे बाद की है।
सूचना के अनुसार, आरपीएसएफ के सहायक दारोगा ने गुरुवार को शाम 4 बजे से रात 12 बजे तक स्टेशन ड्यूटी पर था। ड्यूटी के बाद स्टेशन पोस्ट में पिस्टल जमा करने के बाद वह बर्मामाइंस बैरक जाने के दौरान हादसे का शिकार हो गया। स्थानीय लोगों ने फुट ओवरब्रिज के पास सड़क किनारे लहूलुहान अवस्था में एएसआई को देखकर पुलिस को सूचना दी थी। इससे आरपीएफ के दर्जनों जवान और पदाधिकारी मौके पर पहुंचे थे। घटनास्थल पर खून पसरा हुआ है। एएसआई की लाठी और टोपी घटना स्थल से 10-15 फीट दूर मिली है। आरपीएफ पुलिस मामले की अनुसंधान में जुटी है।
सुरक्षा जवानों में हड़कंप: स्टेशन ड्यूटी एएसआई के जख्मी होने से आरपीएसएफ के अन्य जवानों में हड़कंप है। क्योंकि ड्यूटी के लिए सभी रात को बैरक से स्टेशन आते हैं और स्टेशन से बैरक जाते हैं। बता दें, स्टार टॉकीज बैरक से स्टेशन आने के दौरान पूर्व में भी जवानों पर हमला हो चुका है।