जमशेदपुर : देश के मजदूर और कर्मचारी संगठनों ने नौ अगस्त को भारत बचाओ दिवस के रुप मे मनाए जाने का फैसला लिया है। अंग्रेजों भारत छोड़ो के तर्ज पर देश के ट्रेड यूनियन आंदोलन ने इसी एतिहासिक दिवस की स्मृति में और उससे प्रेरणा लेते हुए देश की संपदा की हो रही लूट के खिलाफ भारत बचाओ दिवस आयोजित किए जाने का आह्वान किया है। ट्रेड यूनियनों ने नौ अगस्त को शासक वर्ग द्वारा सार्वजनिक उधमों के प्रतिष्ठानों जैसे रक्षा, कोयला, इस्पात,दूर संचार, बैंक, बीमा, रेलवे, पेट्रोलियम, एअरपोर्ट और बंदरगाह समेत अन्य महत्वपूर्ण उधोगों को देशी – विदेशी पूंजीपतियों को सौंपे जाने के खिलाफ विरोध कार्रवाईयां आयोजित कर केंद्र सरकार के राष्ट्र विरोधी हथकंडों पर देशव्यापी विरोध दर्ज किए जाने का एलान किया है।
डिजिटल स्तर पर चल रही तैयारियां
झारखंड में इस विरोध कार्रवाई को सफल बनाने के लिए डिजिटल प्लेटफार्म पर विभिन्न ट्रेड यूनियनों, फेडरेशनों और एसोसिएशनों की एक संयुक्त आभासी बैठक इंटक के प्रदेश अध्यक्ष राकेश्वर पांडेय की अध्यक्षता मे की गई जिसमें सीटू के प्रकाश विप्लव, एचएमएस के रघुनंदन राघवन, एटक के पीके गांगुली, एक्टू के शुभेंदु सेन, एमएल ङ्क्षसह, समेत कई श्रमिक नेताओं ने हिस्सा लिया।
राज्यस्तरिय वर्चुअल सभा आज, नेतागण करेंगे संबोधन
बैठक में आठ अगस्त को स्कीम वर्करों (आंगनबाड़ी कर्मचारियों, मिड डे मिल वर्कर) की अखिल भारतीय हड़ताल और 18 अगस्त को कोयला मजदूरों की हड़ताल का समर्थन किए जाने का फैसला करते हुए केंद्रीय ट्रेड यूनियनों ने अपनी सभी संबद्ध युनियनों का आह्वान किया है। राकेश्वर पांडेय ने नौ अगस्त के आंदोलन को लेकर एक दिन पूर्व आठ अगस्त को पूर्वाह्न 11 बजे से एक संयुक्त वर्चुअल राज्य स्तरीय सभा होगी जिसे ट्रेड यूनियनों और फेडरेशनो के नेता संबोधित करेंगे।