मोतिहारी :- बाढ़ प्रभावित रूपहारा पंचायत को बाढ़ग्रस्त क्षेत्र की सूची में शामिल नहीं किए जाने से नाराज लोगों ने शुक्रवार की दोपहर 12 बजे के बाद ढाका-मोतिहारी मेन रोड को जाम कर दिया और प्रदर्शन करने लगे। प्रदर्शन कारियों में रूपहारा पंचायत के 500 से अधिक महिला-पुरुष शामिल थे, जिन्होंने नहर चौक को जाम कर दिया था। इस दौरान 12:30 बजे के आसपास वहां से गुजर रहे सीओ को लोगों ने गाड़ी से उतार कर बंधक बना लिया। सूचना पर पहुंची चिरैया पुलिस को लोगों ने खदेड़ दिया। जाम करीब पांच घंटे तक रहा।
सीओ सचिन्द्र कुमार ढाका स्थित अपने आवास से चिरैया कार्यालय जा रहे थे। इसी दौरान लोगों ने उन्हें बंधक बना लिया और मारपीट की। मारपीट से सीओ घायल हो गए हैं। प्रदर्शन कारियों ने गाड़ी को नुकसान नहीं पहुंचाया है। चिरैया थानाध्यक्ष ने बताया कि घायल सीओ का इलाज ढाका में चल रहा है। उनके बयान के आधार पर एफआईआर दर्ज की जाएगी।
लोगों ने सीओ को दुकान में बंद कर रखा
सीओ को एक दुकान में बंधक बना कर रखा गया। आक्रोशित लोगों ने कई बार दुकान का शटर तोड़ सीओ को भीड़ के हवाले करने का प्रयास किया। बाद में दुकान से बाहर निकाल कर भीड़ ने नहर चौक से नीलू गैस एजेंसी तक सीओ को दौड़ा-दौड़ा कर पीटा। सीओ भाग कर गैस एजेंसी में छिप गए, तब जाकर जान बची। सीओ को छुड़ाने पहुंचे चिरैया पुलिस को भी लोगों ने खदेड़ दिया। थानाध्यक्ष संजीव कुमार पर भी लोगों ने हमला कर दिया। कई पुलिस कर्मी चोटिल हो गए तथा करीब एक दर्जन वाहनों के शीशे टूट गए।
डीएम-एसडीएम को बुलाने की कर रहे थे मांग
आक्रोशित लोग जाम स्थल पर सिकरहना एसडीओ और डीएम को बुलाने की मांग कर रहे थे। घायल सीओ ने रूपहारा पंचायत को बाढ़ ग्रस्त क्षेत्र घोषित करने का लिखित प्रतिवेदन दिया, तब जाम समाप्त हुआ। सड़क जाम का नेतृत्व समाजसेवी भूलन सिंह ने किया। इधर अंचल कर्मचारियों ने अंचल कार्यालय में ताला जड़ कर सामूहिक ट्रांसफर की मांग कर रहे थे। ताला जड़ कर सभी काम को रोक दिया गया। कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष बच्चा बिहारी सिंह के नेतृत्व में जब तक दोषी को गिरफ्तार नहीं होगी, तब तक हम लोग काम पर नहीं लौटेंगे।