जमशेदपुर :जुगसलाई विधानसभा स्थित मध्य गदरा पंचायत के राहड़गोड़ा गांव में बीते 10 वर्ष से माँ मंगला आशा की पूजा धूमधाम से मनाये जाती है। इस दौरान मंगलवार को पुजारी हाबलु मुखी के नेतृत्व में माँ मंगला आशा की पूजा का आयोजन किया गया। पूजा के दौरान बामनगोड़ा तलाव से लगभग 100 महिलाएं माथे में कलश लेकर उनके साथ सैकड़ो महिलाएं गाजा बाजा के साथ झूमते हुए पूजा स्थल पहुंचे। कलश यात्रा के दौरान सैकड़ों की संख्या में गांव की महिलाएं शामिल हुए। पूजा स्थल पहुंचने के पूर्व सभी महिलाओं पर माता का सरूप देखने को मिला। इस दौरान दो दर्जन से ज्यादा बच्चे जमीन पर लेट कर माता का आशीर्वाद लिए। ग्रामीण क्षेत्र के महिलाएं मां मंगला आशा की पूजा परिवार के साथ गांव की सुख समृद्धि रोग निवारण के लिए करते हैं। गांव के महिलाएं पूजा करने के बाद दूसरे दिन से नए फल का सेवन करते हैं। मां मंगला की पूजा में महिलाओं द्वारा मन्नत की जाती है। मन्नत पूरा होने पर बकरा, बत्तक, मुर्गे की बलि चढ़ाई जाती है। ग्रामीणों का मानना है मां मंगला पूजा में मन्नत रखकर सच्चे दिल से पूजा के दौरान महिलाओं पर माता की कृपा आती है। महिलाएं झूमने लगती है। झूमते हुए महिलाएं पूजा स्थल पहुचती है। उस दौरान उन पर माता सवार रहती है। सभी उन सभी माता को अगरबत्ती धुना दिखाकर उनका पूजा करते है। इस दौरान सभी लोग उनसे आशीर्वाद लेते हैं। सामाजिक सेवा संघ के द्वारा कलश यात्रा और पूजा में शामिल सभी महिलाओं के बिच शरबत का वितरण किया गया। पूजा के संबंध में जानकारी देते हुए हब्लू मुखी उर्फ राखल मुखी ने बताया मां मंगला का पूजा पूर्वजों के समय से करते आ रहे हैं मां की पूजा में जो साल भर मां का मन्नत करते हैं उन पर मां खुद सवार होते हैं। उनका सभी मनोकामना मां पूरी करती है। उन्होंने बताया प्रत्येक वर्ष मां मंगला की पूजा धूमधाम से राहड़गोड़ा में की जाती है।इसमें मुख्य रूप से समाजिक सेवा संघ के संयोजक राजेश सामंत,हब्लू मुखी,भूपति सरदार,सोनू श्रीवास्तव,किसनों हेंब्रम,मंगल शर्मा,चुटकी मुखी,अभिमन्यु नायक,विश्वनाथ सामंत,शशी लोहरा आदि
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