पूर्णिया :- धमदाहा थाना क्षेत्र की विष्णुपुर पंचायत के सुंगठिया गाव से रविवार को गायब हुए हरिश्चन्द्र उराव का शव रविवार की रात सुरयुग्गा बहियार के समीप बरामद हुआ। शव को देखकर ऐसा प्रतीत हो रहा था कि बड़ी बेरहमी से उसकी हत्या की गई है। पूरे शरीर पर जख्म के निशान थे साथ ही एक आख फोड़ दी गई थी। चेहरे पर धारदार हथियार से वार करने के साथ पहचान छिपाने के लिए पूरे शरीर पर तेजाब डाल दिया गया था।
इस घटना को लेकर हरिश्चन्द्र उराव की पत्नी ने धमदाहा थाने में आवेदन देकर विष्णुपुर के प्रभात पाठक उर्फ गुडू पाठक समेत तीन लोगों पर उसके अपहरण करने का आरोप लगाया था।
शव बरामद होने के बाद आदिवासियों ने शव को रातभर अपने पास रखा एवं सुबह होते ही शव को लेकर आरोपित प्रभात उर्फ गुड्डू पाठक के घर पहुंचकर शव को उसके दरवाजे पर रखकर उसके घर में जमकर उत्पात मचाया। पुलिस के सामने ही पारंपरिक हथियारों से लैस सैकड़ों आदिवासियों ने प्रभात पाठक के घर के सामानों को तोड़कर घर से बाहर फेंकने के बाद उसमें आग लगा दिया। स्थिति बिगड़ता देख धमदाहा थानाध्यक्ष ने डीएसपी को इसकी सूचना दी जिसके बाद डीएसपी प्रेमसागर, एसडीओ राजेश्वरी पाडे ,बीडीओ डॉ. रवि रंजन, बी कोठी, रघुवंशनगर, मीरगंज, भवानीपुर, अकबरपुर, रुपौली की पुलिस के साथ सदल बल मौके पर पहुंचे और आदिवासियों को समझाकर तत्काल शात करवाया। लेकिन तबतक आक्रोशित आदिवासियों ने पूरे घर को तहस नहस कर रख दिया था। इसके बाद परिजन और मौजूद आदिवासियों ने डीएम और एसपी को मौके पर बुलाने, 24 घटे के भीतर सभी आरोपियों को गिरफ्तार
करने के साथ पीड़ित परिवार को उचित मुआवजा देने
के बाद ही शव को पोस्टमार्टम हेतु ले जाने की जिद पर अड़ गए। एसडीओ, डीएसपी, बीडीओ थानाध्यक्ष समेत जनप्रतिनिधियों के लाख समझाने पर भी वे लोग कुछ भी सुनने को तैयार नहीं हुए। इस दौरान सुबह 6 बजे से लेकर दोपहर के 12 बजे तक हंगामा चलता रहा। काफी मशक्कत के बाद स्थानीय मुखिया के पति सह जदयू नेता अमर मंडल एवं अनुमंडल प्रशासन के द्वारा समझाए जाने के बाद परिजन ने शव को उठाने दिया। पुलिस ने शव को जब्त कर पोस्टमार्टम के लिए पूर्णिया भेज दिया। इस बाबत डीएसपी प्रेमसागर ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सोमवार से ही टीम बनाकर लगातार छापेमारी की जा रही है जल्द ही सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया जाएगा।