
जमशेदपुर :आदिबासि कुड़मि समाज बिरसानगर टेल्को नगर कमेटी के तत्वधान में भाद्र एकादशी के दिन टेल्को रोड नंबर 18 बिरसानगर टेल्को करम आखड़ा में करम परब मनाया गया। इस दौरान पिछले 1 सप्ताह से आखड़ा की साफ सफाई की गई थी। नाइआ प्रकाश महतो केटिआर के द्वारा विधिवत आखड़ा में करम प्रकृति महाशक्ति को आराधना की गई,करमइति कन्याए भी अपने अपने जाउआ डाला के साथ मौजूद रही,करम पुजा पासा के पश्चात करम परब पर उपस्थित जनों को नाइआ प्रकाश महतो केटिआर ने कहा करम परब मूलतः प्रकृति परब है।यह परब छोटा नागपुर अंचल मैं मनाया जाता है। यह परम भाद्र एकादशी को मनाया जाता है। चांद के हिसाब से यह परब प्रथमा से शुरू होकर एकादशी तक चलता है। प्रथमा के दिन नदि या जलाशय में जाकर जावा डाली उठाकर यह परब प्रारंभ होता है। कुंवारी लड़कियां इस परब की तैयारी भाद्र माह के प्रवेश होने से ही आखड़ा में नाच गान शुरू कर देती है। यह परब मूल रूप से कृषि कार्य से जुड़ा हुआ सिज्जनकारी परब है। यह मूल रूप से जनजातियों का परब है। खासकर देखा जाए तो यह परम जनजाति कुड़मि समुदाय द्वारा विशेष तौर पर बढ़-चढ़कर मनाया जाता है। कुंवारी लड़कियां जाउआ में 9 या 11 प्रकार का बीज डाला करती है। करम परब मैं हमारे पुरखों ने उस तंत्र की स्थापना की जिसमें कुंवारी कन्याओं की आगामी जीवन को सहजता से निभाने का प्रशिक्षण स्वभाविक रूप से होता है।इस परब के माध्यम से कृषि कार्य, नाच, गान के माध्यम से शारीरिक मजबूती और बिहा के बाद मातृशक्ति का ज्ञान प्राप्त हो जाता है। तत्पश्चात सुबह करम डाइर विसर्जन के बाद जाउआ डाली का कुछ जाउआ लाकर बगीचा में तीन लत में दिया जाता है और कुछ हिस्सा जाउआ अपने भाई के कलाई में जाउआ बांधती है और पान्ना कर यह परब का समापन करती है।करम परब को सफल करने में निर्मल महतो, निरानंद महतो, नमिता महतो, प्रकाश महतो, सुरेंद्र नाथ महतो, शैलेंद्र महतो, उदित महतो, धीरेंद्र नाथ महतो, मंटू महतो, बबलू महतो, अंगद महतो, विनय महतो, अंकुश महतो,निछु महतो, कल्पना महतो, बिना महतो,मनिका महतो, सुनीता महतो, हर्षिता महतो,करण महतो, नीलम महतो, सोनाली महतो, सूरज महतो, अन्नु लोहार, कल्पना गोराई, टिआसा महतो, पूर्णिमा महतो, अमित महतो, संध्या महतो, आनंद महतो, बुद्धेश्वर महतो आदि का सराहनीय योगदान रहा।