जमशेदपुर। धर्मरक्षिणी पौरोहित्य महासंघ के मानगो स्थित कार्यालय में महासंघ के अध्यक्ष पं० विपिन कुमार झा के अध्यक्षता में एक बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में आगामी 8 नवंबर को लगने वाले चन्द्रग्रहण पर आचार्यों ने चर्चा किया। सर्वसम्मति से आचार्यो ने निर्णय लिया कि 8 नवंबर को सूर्याेदय से ही ग्रहण का सूतक मान्य होगा। महासंघ के अध्यक्ष पं० विपिन कुमार झा ने कहा कि खग्रास चंद्रग्रहण संपूर्ण भारतवर्ष में ग्रस्तोदय (अर्थात् ग्रहण लगा हुआ चन्द्रमा का उदय होगा)। इसीलिए सूर्योदय काल से ही सूतक मान्य होगा। वैसे चन्द्रग्रहण का सूतक 9 घंटा पहले एवं सूर्यग्रहण का सूतक 12 घंटा पहले माना जाता है। यह ग्रहण भारत के साथ साथ आस्टे्रेलिया, उत्तरी अमेरिका, दक्षिण अमेरिका, पूर्वउत्तर यूरोप, प्रशान्त महासागर, रूस चीन, पाकिस्तान, श्रीलंका, नेपाल, कजाकिस्तान, मंगोलिया, कोरिया, जापान आदि में दिखाई देगा। भारतीय मानक समयानुसार ग्रहण प्रारंभ- 2.39 दोपहर, खग्रास प्रारंभ-3.46 दोपहर, ग्रहण मध्य-4.29 सायं, खग्रास पूर्ण-5.12 सायं, ग्रहण समाप्त-6.19 बजे रात्रि जमश्ेादपुर में ग्रहण 5.03 सायं से 6.19 तक रहेगा। ग्रहण का सूतक एवं ग्रहण काल में भोजन, शयन, देवपूजन, देवमूर्ति स्पर्श आदि वर्जित है। बच्चे, बुढ़े एवं रोगी भोजन कर सकते हैं। ग्रहण काल में मानसिक जाप, दान करना श्रेष्ठकर होता है।
जमशेदपुर में चंद्रग्रहण संध्या 5.05 से 6.18 तक
