जमशेदपुर : कोरोना महामारी को देखते हुए राज्य के पूर्व मंत्री सह जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय ने पूरे रीति रिवाज से अपने पारिवारिक सदस्यों के साथ अपने आवास पर रामर्चा पूजा में हिस्सा लिया। वैसे इस दौरान काफी कम लोगों को बुलाया था , आपको बता दें कि आषाढ़ मास की पूर्णिमा तिथि को रामर्चा पूजा का आयोजन किया जाता है। इसमें लंका विजय के बाद लौटने पर भगवान राम एवं उनके परिवार सहित लंका विजय में साथ देने वाले उनके सहयोगियों के साथ भगवान शंकर की भी पूजा होती है। वैसे तो हर साल इस पूजा में न केवल झारखंड बल्कि बिहार और बंगाल के भी भक्त, वीआईपी एवं वीवीआईपी का जुटान होता था। लेकिन कोरोना महामारी को ध्यान में रखते हुए इस वर्ष बेहद ही सादगी पूर्ण तरीके से इस पूजा का आयोजन किया गया। वैसे सरयू राय ने कल ही इसकी घोषणा कर दी थी, कि उनके विधानसभा क्षेत्र के अलावा जमशेदपुर के कोने-कोने तक और पड़ोसी जिला सरायकेला और चाईबासा के लोगों के घरों तक प्रसाद पहुंचाने का प्रबंध किया जा रहा है। हालांकि हर साल यहां प्रसाद ग्रहण करने दूरदराज से लोग आते थे । धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, रामार्चा पूजा में भगवान राम के संदर्भ में सभी देवी-देवताओं की पूजा शामिल है और यह माना जाता है कि जो भी लोग इस पूजा को पवित्रता के साथ करते हैं उनकी इच्छाओं की पूर्ति होती है ,धार्मिक अधिकारियों ने कहा है कि सभी धार्मिक अनुष्ठानों और पूजा के बीच, रामार्चा पूजा सबसे पवित्र है अगर दिल की शुद्धता के साथ प्रदर्शन किया जाता है ।
Next Post
ले फोटो ले भोले बाबा का , बगसंडा गाँव के भक्त ने कहा
Mon Jul 6 , 2020
बिहार: कोरोना महामारी के वजह से सावन के पावन महीना में भक्तगण झारखंड के देवघर नगरी में भोले बाबा पर जल नही चढ़ा सके इस बात का मलाल है कई दूर दराज जगहों के साथ बिहार के आर जिला तरारी थाना बगसंडा गाँव के भक्तगणों ने शिवाला में जाकर जलाभिषेख […]

You May Like
-
7 months ago
अवैध महुआ चुलाई शराब भट्टी को ध्वस्त किया गया
-
2 years ago
कारगिल दिवस पर कहानी, एक फौजी की जुबानी