जमशेदपुर : झारखंड ब्राह्मण शक्ति संघ के केन्द्रीय कार्यालय में भारत के प्रथम शहीद क्रांतिकारी मंगल पाण्डेय की जयंती मनाई गई।जयंती समारोह में मुख्य रूप से केन्द्रीय अध्यक्ष डाँ पवन पाण्डेय एवं महासचिव अशोक पाण्डेय उपस्थित थे। डाँ पवन पाण्डेय ने कहा कि 19 जूलाई का दिन भारतवासियों के लिए बेहद खास है।आज ही के दिन 1827 मे यूपी के बलिया जिले के नगवा गाँव से ताल्लुकात रखने वाले ऐसे क्रांतिकारी ने जन्म लिया था।जिसके नाम से अंग्रेज थर्राते थे।जिन्होंने 1857 मे अंग्रेजों के खिलाफ बैरकपुर मे विद्रोह कर क्रांति की शुरूआत किया।यह देश का पहला आजादी के लिए किया गया क्रांति था।जिसे आज दुनिया सिपाही विद्रोह के नाम से जानती है।मंगल पाण्डेय के द्वारा शुरू की गई क्रांति ने अंग्रेजों दिल में यह डर पैदा किया कि उन्हें अनुभव हो गया कि अब हिन्दुस्तान मे उनके हुकूमत के दिन लदने वाले हैं।और लोगों ने धर्म और मजहब से उपर उठकर एक साथ मिलकर अपनी आजादी के लिए लडना शुरू कर दिया है।इससे पहले अंग्रेजी हुकूमत बाँटो और राज करो कि निति को हिन्दुस्तान मे जन्मजन्मांतर तक राज करने का फर्मूला समझती थी।जिसे इस आंदोलन ने नकार दिया। इसने आँदोलन का असर इतना गहरा था कि इसके बाद अँगेजो ने क्रांतिकारीयो को उपनाम पाण्डेय कहकर संबोधित करना शुरू किया था। घबराहट मे अंग्रेजी हुकूमत ने तय तिथि के 10 दिन पहले ही इनको फाँसी दिया।लेकिन इनको फाँसी देने के लिए कोई जल्लाद तैयार नहीं हो रहा था।ऐसे सच्चे देश भक्त क्रांतिकारी को उनके जन्मदिन के अवसर पर संघ नमन करता है और सरकार से यह मांग करता है कि इनके पूरी जीवनी को सभी पाठ्यक्रम मे अविलम्ब शामिल किया जाए।ताकि हमारे आने वाली पीढियां इनके बलिदान को याद करें।और देश भक्ति की प्रेरणा मिलती रहे।कार्यक्रम में जितेन्द्र मिश्रा, राजीव ओझा, रामानुज चौबे, चंद्र प्रकाश शुक्ला उपस्थित थे ।p00
प्रथम शहीद क्रांतिकारी मंगल पाण्डेय की जयंती मनाई गई।
