जमशेदपुर : क्लीन एंड ग्रीन सिटी के नाम से विख्यात जमशेदपुर शहर आजकल आवारा पशुओं के चपेट में है।
शहर के मुख्य सड़कों से लेकर हर चौक – चौराहों पर आवारा पशुओं का जमावड़ा देखना आम बात हो गयी है।
खुलेआम आवारा पशुओं के विचरण से जगह जगह गंदगी फैलती है, मच्छरों की पैदावार बढ़ती है, बारिश के मौसम में इनके गोबर की वजह से आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है..और तो और भीड़ – भाड़ वाले इलाके में इनके दंगल के किस्से भी भयावह हैं। इनके आपसी झगड़े का कई राहगीर कोपभाजन बन चुके हैं.।
टाटा मोटर्स ने जमशेदपुर अधिसूचित क्षेत्र समिति के सहयोग से इस दिशा में एक बेहतरीन पहल करते हुए एक स्पेशल टीम बनाई गई है जो पूरे टेल्को क्षेत्र की साफ – सफाई की निगरानी करेगी और टेल्को कॉलोनी के अंदर आवारा पशुओं को घुसने से रोकेगी। स्पेशल टीम यह सुनिश्चित करेगी कि कॉलोनी के अंदर न तो किसी को पशु पालना है और ना ही बाहरी को आने देना है। अगर किसी गैर कर्मचारी का पशु कॉलोनी में प्रवेश करता है तो उसपर करवाई की जाएगी तथा पशु मालिक पर आर्थिक दंड भी लगाया जाएगा। इसकी शुरुआत हो गयी है।
आज टाटा मोटर्स और अक्षेस के सयुंक्त अभियान में कॉलोनी के अंदर कुल 50 आवारा पशुओं को पकड़ा गया। शाम तक एक – एक पशुओं के मालिक पहुंचे जिन्हें आर्थिक दंड देने के बाद गाय – भैंस वापस किये गए। इस कार्य मे अक्षेस के नगर प्रबंधक सोनल सिंह, कर्मचारी विनोद तिवारी, इत्यादि मौजूद थे।
उम्मीद है कि इस तरह की पहल से इन आवारा पशुओं के मालिक सु धर जाएं और जमशेदपुर की क्लीन और ग्रीन इमेज पुनः स्थापित हो सके।