जमशेदपुर : कॉरपोरेट और बहुराष्ट्रीय कंपनियों के दबाव में बना तीनों कृषि अधिनियमों और बिजली बिलों को निरस्त करने की मांगों को लेकर देशव्यापी आंदोलन एवं संयुक्त किसान मोर्चा के बैनर तले दिल्ली के आसपास, एक पखवाड़े से अधिक चल रहे, ऐतिहासिक अभूतपूर्व किसान धरना कार्यक्रम के प्रति एकजुटता एवं केंद्र सरकार के अड़ियल रवैये के खिलाफ सोमवार को किसान सभा, सीटू और एडवा के सदस्यों ने अंबेडकर चौक, साकची में दिन भर धरना दिया ।
इस ऐतिहासिक संघर्ष को दबाने, किसान नेतृत्व को विभाजित करने और जनता को गुमराह करने की केंद्र सरकार के कोशिशों का धरना में उपस्थित सदस्यों ने कड़ी शब्दों में निंदा की साथ ही कॉर्पोरेट हितों को सुरक्षित रखते हुए अधिनियमों में सरकार के संशोधन- प्रस्तावों को पूरी तरह से खारिज करते हुए तीनों कृषि अधिनियमों और बिजली बिल को निरस्त करने की मांग किया गया । सदस्यों ने रिलायंस और अदानी के उत्पादों और सेवाओं का बहिष्कार करने के लिए जनता के बीच व्यापक अभियान चलाने का भी घोषणा की है। सदस्यों ने इस ऐतिहासिक आंदोलन की सहायता के लिए फंड जुटाने का भी फैसला किया और समाज के सभी लोकतांत्रिक और प्रगतिशील लोगों से इस आंदोलन को समर्थन देने की अपील की है ।
कार्यक्रम का नेतृत्व किसान सभा का लोटन दास, स्वपन महतो, माणिक महतो, हाबु महतो , सुकरा मुंडा, बिभूति महतो , सीटू के, के त्रिपाठी, वी के एल दास, जेपीसिंह जे मजूमदार और जनवादी महिला समिति के श्रीमती जया मजूमदार और उषा सिंह कर रहे थे।