जमशेदपुर : भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान और मौजूदा बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली की राजनीति में आने की अटकलें तेज़ हो गई हैं।
आज बीसीसीआई प्रमुख ने पश्चिम बंगाल के राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात की, इस मुलाकात के बाद ये अटकलें लगायी जा रही हैं कि वे राजनीति में प्रवेश कर सकते हैं। हालांकि, इसे एक व्यक्तिगत मुलाकात बताया जा रहा है.
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से गांगुली की बीजेपी में जाने की अटकलें चल रही थीं। इस बीच उनका राज्यपाल जगदीप धनखड़ से मुलाकात करना इस बात को और पक्का कर रहा है. आज ही सौरव गांगुली ने बंगाल में निष्पक्ष चुनाव कराने की वकालत भी की थी।
जानकारी के लिए बता दें कि जब से सौरव गांगुली बीसीसीआई के अध्यक्ष बने हैं, तब से उनकी भाजपा में जानें की अटकलें चल रही हैं। हालांकि, गांगुली की तरफ से कभी इसे लेकर कोई बयान नहीं आया है।
जानकारी के मुताबिक, 12 जनवरी को स्वामी विवेकानंद की जयंती पर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का पश्चिम बंगाल आने का कार्यक्रम है। सूत्रों के मुताबिक, इस दौरे के दौरान कई लोग भाजपा में शामिल हो सकते हैं। बताया जा रहा है कि सौरव गांगुली भी इस मौके पर बीजेपी में शामिल हो सकते हैं।
गौरतलब है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने अपने कोलकाता दौरे पर कहा था कि बंगाल का भूमि पुत्र ही बंगाल का अगला मुख्यमंत्री होगा। ऐसे में ये कयास लगाए जा रहे हैं कि क्या सौरव गांगुली ही वो बंगाल के भूमि पुत्र हैं, हाल ही में तृणमूल कांग्रेस की वैशाली डालमिया ने भी राज्यपाल से मुलाकात की थी. वैशाली डालमिया को सौरव गांगुली का काफी करीबी माना जाता है। डालमिया ने ही पीएम मोदी और अमित शाह को मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के बाहरी कहने पर आपत्ति जताई थी।