जमशेदपुर : 18 साल से अधिक के सभी लोगों को टीकाकरण की शुरुआत इस महीने के शुरू दिन से की गई है। आरंभ से ही अभियान विवादों से घिर गया है। आम लोगों को कुछ हिचक हो रही थी लेकिन जैसे ही 18 प्लस वालों के लिए टीकाकरण की राह खुली। मगर अब यह बहुत ही कठिन हो गया है । रजिस्ट्रेशन कराने से लेकर स्लाट बुकिंग तक के लिए लोग परेशान हो रहे हैं। लेकिन स्लाट बुकिंग में सेंटर तय नहीं हो पाता है। रजिस्ट्रेशन होने के बाद सेंटर बुकिंग में लोग असफल हो रहे हैं।
18+ के लोगों का टीका लगवाने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन अनिवार्य है, इसलिए देश भर से युवा टीके के लिए रजिस्ट्रेशन करवा रहे हैं। मगर इससे भी कहीं बड़ी संख्या उन लोगों की है, जो रजिस्ट्रेशन करवाने वालों की इस भीड़ को गुमसुम से देख रहे हैं। वे वयस्क हैं, टीका लगवाने के लिए वे लोग वंचित रह जा रहे है जिनके पास स्मार्टफोन या पढ़े लिखे लोग नहीं है। उनको दूसरे लोगो पर निर्भर रहना पड़ रहा है ।
टीका लगवाना तो दूर, उन्हें रजिस्ट्रेशन करवाना ही नामुमकिन सा लग रहा है। इनमें ज्यादातर ऐसे गरीब और अशिक्षित लोग हैं, जिनके पास स्मार्टफोन नहीं है।
ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना जब शहरी के अधिकांश लोगों के वश में नही तो ग्रामीण क्षेत्रो के 18 + के लोगों की बात तो छोड़ ही दे । टीकाकरण के लिए रजिस्ट्रेशन की अनिवार्यता खत्म की जाए और उसकी प्रक्रिया को इतना सरल बनाया जाए ताकि हर व्यक्ति को वह अपनी पहुंच के अंदर महसूस हो। हालांकि सरकार का यह कहना भी गलत नहीं कि खुद रजिस्ट्रेशन न करवा पाने वाले लोग भी पंचायतों की ओर से खोले गए कॉमन सर्विस सेंटर की मदद ले सकते हैं। इसके अलावा, दोस्तों, रिश्तेदारों से भी मदद ली जा सकती है। आज के समय में लोग अपने परिवार को समय नही दे पा रहे तो भला दूसरों को कितनी मदद करते होंगे आप खुद समझ रहे होंगे।
बुकिंग शुरू होती है और 2 मिनट के अंदर स्लॉट पूरा बुक हो जाता है इससे ऐसा प्रतीत होता है की कहीं ना कहीं इसमें खामियां है झारखंड में ऐसे शिकायत करने वालों की संख्या हजारों में है
लेकिन ज्यादा अहम बात यह है कि आज जब कोरोना की दूसरी लहर यूं ही कहर ढाए हुए है तो अस्पतालों या टीका केंद्रों पर अप्रत्याशित भीड़ न इकट्ठा हो जाए, इसलिए भी रजिस्ट्रेशन जैसी प्रक्रिया जरूरी है ।