जमशेदपुर: हर साल की तरह करवा चौथ कार्तिक कृष्ण चतुर्थी तिथि के दिन मनाया जाता है । इस दिन महिलाएं अपने पति की लंबी आयु और गृहस्थी में सुख शांति के लिए करवा माता की पूजा करती है और करवा चौथ का व्रत रखती हैं ।करवा चौथ को दशरथ चतुर्थी के नाम से भी जाना जाता है ऐसी कथा और मान्यता है कि इस दिन भगवान शिव के संग देवी पार्वती और गणपति की पूजा करने से वैवाहिक जीवन में प्रेम और आनंद की वृद्धि होती है ।
चतुर्थी तिथि के स्वामी विघ्नहर्ता गणेश जी हैं। जिससे इस दिन व्रत करने से भगवान गणेश व्रतियों के जीवन में आने वाले सभी बाधाओं को हर लेते हैं । इस बार संयोग से बुधवार के दिन चतुर्थी तिथि आई है। जिससे इस स्थिति का महत्व कई गुना बढ़ गया है, क्योंकि बुधवार के स्वामी भी भगवान गणेश ही माने जाते हैं । इस पर सोने पर सुहागा यह है कि इस दिन स्वार्थ सिद्धि नाम शुभ योग ही रहेगा । ऐसे में व्रतियों की मनोकामना पूर्ण होने का प्रबल योग है। यही कारण है कि महिलाएं आज श्रद्धा के साथ करवा चौथ रखा और पति की लंबी आयु की कामना की।