नई दिल्ली – दुनिया के 28 देशों में पहुंचने के बाद कोरोना वायरस का नया वेरिएंट ओमीक्रोन भारत पहुंच चुका है। देश में ओमीक्रोन के पहले दो रोगी कर्नाटक में मिले हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से इन लोगों में ओमीक्रोन संक्रमण की पुष्टि हो चुकी है। हेल्थ मिनिस्ट्री के जॉइंट सेक्रेट्री लव अग्रवाल अमेरिकी वैज्ञानिकों के रिसर्च मॉडल के हिसाब से बताया कि ओमीक्रोन वेरिएंट से 5 गुना अधिक तेजी से संक्रमण फैल सकता है।
बीटा और डेल्टा वेरिएंट को दे सकता है मात
लव अग्रवाल ने कहा कि इस वायरस का स्पाइक प्रोटीन पिछले डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले स्पाइक लेवल पर दोगुना से अधिक म्यूटेशन हैं। उसी मॉडल के आधार पर बताया कि कैसे ये वेरिएंट अपीयर करता है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि ओमीक्रोन वेरिएंट बीटा या डेल्टा वेरिएंट के संक्रमण की रफ्तार को मात दे सकता है।
ओमीक्रोन में 45 से 52 तक म्यूटेशन
अमेरिकी वैज्ञानिकों के एक मॉडल के आधार पर इसके पूर्वानुमान में बताया गया है कि बी.1.1.529 वेरिएंट ओमीक्रोन में बहुत अधिक तेजी से मामले सामने आने शुरू हो रहे हैं। हालांकि, यह एक मॉडल है जिस पर आगे अभी रिसर्च होनी है। लव अग्रवाल ने डब्ल्यूएचओ रिपोर्ट के हवाले से बताया कि ओमीक्रोन में 45 से 52 तक ओवरऑल म्यूटेशन नोट की गई हैं। इनमें 26 से 32 म्यूटेशन स्पाइक प्रोटीन से रिलेटेड हैं। ओमीक्रोन के कुछ वेरिएशन डेल्टा वेरिएंट में भी पाई गई थीं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार आरटी-पीसीआर टेस्ट से इसके संक्रमण का पता लगाया जा सकता है।
12-18 गुना अधिक संक्रामक, 30 से अधिक प्रकार
मेदांता के चेयरमैन डॉ. नरेश त्रेहन ने बताया कि ओमीक्रोन वायरस के 2 भाग संक्रमण और विषाणु चिंता का विषय हैं। डॉ. त्रेहन ने बताया कि ओमीक्रोन का R0 फैक्टर 12-18 गुना या इससे भी अधिक संक्रामक हो सकता है। इसका मतलब है कि यह बहुत खतरनाक तरीके से फैल सकता है। उन्होंने कहा कि अभी, हमारे पास इसकी सटीक डिटेल नहीं है। डॉ. त्रेहन ने कहा कि हम केवल इतना जानते हैं कि हम बहुत मुश्किल स्थिति में हैं क्योंकि यह नया वेरिएंट मिला है। इसमें स्पाइक प्रोटीन पर 30 से अधिक प्रकार हैं और पूरे स्ट्रक्चर में 50 से अधिक प्रकार हैं।