जमशेदपुर। झारखंड में शराब की होम डिलीवरी होगी। राज्य सरकार के उत्पाद विभाग ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के दौरान राजस्व की बढ़ोतरी के लिए काम करना प्रारंभ कर दिया है। झारखंड सरकार के इस निर्णय पर सूबे की मुख्य विपक्षी दल भाजपा ने हेमंत सरकार को घेरा है। शुक्रवार को जारी प्रेस-विज्ञप्ति में भाजपा प्रदेश प्रवक्ता सह पूर्व विधायक कुणाल षाड़ंगी ने निर्णय पर तंज कसते हुए कहा कि झारखंड सरकार कोरोना के इस दौर में लोगों को दवा के स्थान पर दारू पिलाने को आमादा है। कोरोना के मुश्किल हालात के बीच जहां लोग स्वास्थ्य सुविधाओं को बेहतर करने को लेकर चिंतित हैं। तो वहीं, राज्य की हेमंत सरकार शराब की होम डिलीवरी करने में व्यस्त है। उन्होंने कहा कि हेमंत सरकार को शराब माफियाओं की चिंता है। शराब बिके इसकी चिंता है, लेकिन लोगों के स्वास्थ्य सुविधा की कोई चिंता नहीं है। कुणाल षाड़ंगी ने निर्णय पर चुटकी लेते हुए कहा कि ‘सरकार आपके द्वार’ की सार्थकता वास्तविक रूप में अब सिद्ध हो रही है। जहां ‘शराब आपके द्वार’ कार्यक्रम भी लांच हो गया है। श्री षाड़ंगी ने राज्य सरकार से इस निर्णय को तत्काल रद्द करने की मांग की है। वहीं, कुणाल षाड़ंगी ने शुक्रवार को ट्वीट के जरिये भी हेमंत सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने लिखा कि आदरणीय गुरूजी शिबू सोरेन ने नशामुक्त झारखंड की कल्पना की थी। लेकिन कांग्रेस की संगत का असर तो देखिए अब घर-घर शराब पहुंचाने की तैयारी हो रही है। आगे उन्होंने लिखा कि ख़त जो लिखा मैंने नशामुक्ति के पते पर, डाकिया ही चल बसा शहर ढूँढते ढूँढते। लीजिए मेरे सभी युवा साथियों ! आख़िर आ ही गया रोज़गार। उनके इस ट्वीट पर सैकड़ों युवाओं ने राज्य सरकार को निशाने पर लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी।
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