रामगढ़ के बरकाकाना में शनिवार रात हुए तिहरे हत्याकांड के बाद लोग उबल पड़े। रविवार सुबह सैकड़ों लोग सड़क और रेल ट्रैक पर उतरे और सीआईसी रेल खंड सहित रामगढ़-पतरातू-रांची फोरलेन को जाम कर दिया। रेलखंड जाम होने से बरकाकाना का दिल्ली और कोलकाता का संपर्क टूट गया। कई एक्सप्रेस, पैसेंजर ट्रेनें और मालगाड़ियां जहां-तहां खड़ी हो गईं।
घटना से झारखंड के साथ-साथ बिहार में भी कोहराम मच गया। मृतक परिवार बिहार के औरंगाबाद का रहने वाला है, जहां परिवार वालों का रो-रोकर बुरा हाल है। वहीं, आरोपी भोजपुर निवासी पवन सिंह की गिरफ्तारी के लिए भोजपुर में जगह-जगह छपेमारी चल रही है।
इधर, बरकाकाना में आक्रोशित भीड़ हमलावर आरपीएफ के जवान पवन की अविलंब गिरफ्तारी, मृतकों के आश्रितों को नौकरी और मुआवजे की मांग पर अड़ी थी। सुबह भीड़ रेलवे ट्रैक और आरपीएफ पोस्ट के समीप शव रख कर नारेबाजी करने लगी। इससे स्टेशन परिसर में अफरा-तफरी मच गई। एक ओर रेल पुलिस मोर्चा संभालने में जुटी थी, तो दूसरी ओर घबराए यात्री सुरक्षित ठिकाना तलाश रहे थे। बाहर फोरलेन पर भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया। इसमें कई लोग जख्मी हुए। इसके बावजूद आंदोलन की धार कम नहीं हुई। आक्रोशित लोग सड़क पर ही डटे रहे। इस दौरान रेलवे के अधिकारियों के साथ आक्रोशित लोगों की दो राउंड वार्ता भी हुई लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
7 घंटे रेल खंड और 10 घंटे जाम रहा फोरलेन :
तिहरे हत्याकांड को लेकर बरकाकाना सीआईसी सेक्शन में एक्सप्रेस, पैसेंजर और मालगाड़ियों का परिचालन करीब 7 घंटे ठप रहा। वहीं फोरलेन 10 घंटे जाम रहा। शाम साढ़े 5 बजे लिखित आश्वासन के बाद प्लेटफार्म नंबर 2, 3 और आरपीएफ पोस्ट के समीप रखे गए शवों को उठा लिया गया। वहीं फोरलेन में सुबह से डटे लोग भी लौट गए।
क्या है मामला:
बरकाकाना स्थित गांधीनगर रेलवे स्टेशन कॉलोनी में शनिवार रात्रि आरपीएफ के कांस्टेबल पवन कुमार सिंह ने रेलकर्मी अशोक राम के घर धावा बोला। दूध के बकाया पैसों को लेकर हुए विवाद से आक्रोशित पवन ने सर्विस रिवाल्वर से अंधाधुंध फायरिंग कर अशोक राम, उनकी पत्नी लीला देवी और गर्भवती पुत्री मीना देवी को मौत के घाट उतार दिया। वहीं एक अन्य पुत्री सुमन और पुत्र चिंटू गंभीर रूप से घायल हो गए।
क्या है आंदोलित लोगों की मांग:
रेलवे के अधिकारियों से हुई वार्ता में पीड़ित परिवार की ओर से छह मांगें रखी गईं। इसमें दो आश्रितों को नौकरी, एक करोड़ रुपया मुआवजा, सुमन कुमारी को आजीवन पिता का पेंशन देने, पीड़ित परिवार के तीन लोगों के इलाज का खर्च रेलवे को वहन करने, आरोपी आरपीफ जवान पवन कुमार सिंह को आजीवन कारावास की सजा दिलवाने और मृतक रेलकर्मी अशोक राम के पूरे परिवार को सुरक्षा प्रदान करना शामिल है। इस पर रेलवे से लिखित आश्वासन मिलने के बाद रेलवे ट्रैक और फोरलेन से जाम हटा।
वार्ता में कौन-कौन से अधिकारी थे शामिल
तिहरे हत्याकांड के बाद उत्पन्न तनाव की स्थिति के मद्देनजर बरकाकाना में एडीआरएम एससी चौधरी, सीनियर डिविजनल कमांडेंट धनबाद हेमंत कुमार, रेल एसपी दीपक कुमार सिन्हा, एसपी रामगढ़ प्रभात कुमार, डीटीएम अंजय तिवारी, एएसी देवांश शुक्ल, रेल डीएसपी संजीव कुमार बेसरा, एसडीपीओ प्रकाश चंद्र महतो, एसडीपीओ राधा प्रेम किशोर, एपीओ धनबाद कवींद्र कुमार दास, वेलफेयर इंस्पेक्टर मनोरंजन कुमार, जीआरपी इंस्पेक्टर चंद्रभान राम, एसआई निरंजन कुमार, आरपीएफ इंस्पेक्टर पतरातू वेंकटेश कुमार, बरकाकाना इंस्पेक्टर सुनील कुमार, सीओ पतरातू निर्भय कुमार, बरकाकाना ओपी प्रभारी रघुराय कोटवार, भुरकुंडा प्रभारी रघुनाथ सिंह सहित आरपीएफ, आरपीएसएफ़,जीआरपी एपीओ धनबाद कवींद्र कुमार दास, वेलफेयर इंस्पेक्टर मनोरंजन कुमार, जीआरपी इंस्पेक्टर चंद्रभान राम, एसआई निरंजन कुमार के अलावा इसीआरकेयू शाखा सचिव ओपी शर्मा,अध्यक्ष मो वहाब आदि डटे थे।
जल्द पकड़ा जाएगा पवन: रेल एसपी–
रेल एसपी दीपक कुमार सिन्हा ने कहा कि आरोपी आरपीएफ कांस्टेबल पवन कुमार सिंह के पकड़ने के लिए छापेमारी चल रही है। यही नहीं, मामले की तह तक जाने के लिए एसआईटी का गठन भी किया गया है। ट्रेन और बस के अलावा चौक-चौराहा और आरोपी कांस्टेबल के पैतृक गांव व परिजनों के घरों में कड़ी नजर रखी जा रही है। उसे जल्द पकड़ लिया जाएगा।