जमशेदपुर: विश्वविद्यालयों में केवल 30 शिक्षक, नियुक्ति के पत्र जारी किया गया है राज्यपाल
रमेश बैस, राज्यपाल, झारखंड
टीएसी गठन में समाप्त की गई राज्यपाल की शक्तियां।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य में सरना धर्म कोड लागू करने की लगातार मांग उठ रही है। इस संदर्भ में कई प्रतिनिधिमंडल उनसे मिले हैं। हालांकि आधिकारिक रूप से यह मामला अभी उनके समक्ष नहीं आया है। उन्होंने जानकारी दी कि राज्य सरकार की ओर से राज्यपाल की पूर्व सहमति व स्वीकृति के बिना ही टीएसी (टीएसी) के गठन और सदस्यों की नियुक्ति में राज्यपाल की शक्तियां समाप्त कर दी गई है। साथ ही नगर निगम, नगर पालिका के मेयर व अध्यक्ष के अधिकारों को भी सरकार द्वारा समाप्त कर दिया गया है। इस सबंध में वह विधिक राय ली जा रही है।
झारखंड लोक सेवा आयोग ने विश्वविद्यालयों में वर्ष 2008 के बाद कोई भर्ती नहीं की है। विश्वविद्यालय सिर्फ 30 प्रतिशत शिक्षकों की क्षमता पर ही कार्य कर रहे हैं। लेकिन, अब नियुक्तियों की प्रक्रिया शुरू करा दी गई है। ये बातें झारखंड के राज्यपाल रमेश बैस ने गुरुवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविन्द की अध्यक्षता में राष्ट्रपति भवन में आयोजित 51वें राज्यपाल सम्मेलन में कही।
राष्ट्रपति ने अपने समापन भाषण में झारखंड के राज्यपाल का विशेष रूप से उल्लेख करते हुए उनके द्वारा राजभवन, झारखंड में सौर ऊर्जा की दिशा में किये जा रहे कार्यों की सराहना की। राज्यपाल ने कहा कि उच्च शिक्षण संस्थानों ने एक भारत श्रेष्ठ भारत कार्यक्रम में सक्रियता से भाग लिया और विभिन्न संगोष्ठी, कार्यशालायें और कार्यक्रमों का आयोजन किया।
मारांग गोमके जयपाल सिंह मुंडा पारदेशीय छात्रवृत्ति योजना के तहत इस वर्ष अनुसूचित जनजाति के छह छात्र-छात्राओं को लंदन के उच्च शिक्षण संस्थानों में शिक्षण के लिये छात्रवृत्ति प्रदान की गई। प्राकृतिक सौन्दर्य और खनिज संसाधनों से परिपूर्ण झारखंड अपार संभावनाओं वाला प्रदेश है। यह राज्य पर्यटकों एवं श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण व आस्था का केंद्र है।
मुख्यधारा में लाये जा रहे उग्रवादी: राज्यपाल ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद आज कई राज्यों की समस्या है तथा झारखंड भी इससे अछूता नहीं है। लेकिन सुरक्षा बलों की सख्ती एवं सतर्कता से उग्रवादी संगठनों से निबटा जा रहा है तथा आत्मसमर्पण के माध्यम से उन्हें मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। झारखंड राज्य में आजादी के अमृत महोत्सव अंतर्गत सभी कार्यक्रमों को संकलित कर एक कैलेंडर तैयार किया गया है जिसे भारत सरकार को भेज दिया गया है।
राज्यपाल ने कहा कि खेल के क्षेत्र में झारखंड की राष्ट्रीय स्तर पर एक विशिष्ट पहचान रही है। उन्हें गर्व है कि टोक्यो ओलम्पिक में भारतीय महिला हॉकी टीम की सदस्य झारखंड की दो बेटियां सलीमा टेटे एवं निक्की प्रधान ने अपने बेहतर प्रदर्शन से सबको प्रभावित किया। उन्होंने कहा कि राज्य में टीकाकरण का कार्य भी तीव्र गति से जारी है। कोविड-19 संक्रमण को रोकने तथा संभावित तीसरी लहर से बचाव एवं रोकथाम हेतुटेस्ट, ट्रैक, आइसोलेट, ट्रीट तथा वैक्सीनेट की रणनीति अपनायी जा रही है।



