जमशेदपुर : 9 और 10 अक्टूबर को आदिबासि कुड़मि समाज का “दो दिवसीय डेलिगेट केंद्रीय अधिवेशन” शहीद निर्मल महतो भवन, सोनारी में आहुत हुआ।
केंद्रीय सचिव बैजनाथ महतो ने सांगठनिक जानकारी देते हुए बताया कि दिनांक 22 जून 2021 को झारखण्ड सरकार द्वारा संस्था अधिनियम 21, 1860 के तहत “आदिबासि कुड़मि समाज” को निबंधित किया गया है, जिसका निबंधन संख्या 66/2021-2022 एवं कार्यक्षेत्र सम्पूर्ण भारत है। उन्होंने संस्था के उद्देश्य, नियमावली और कार्यप्रणाली पर प्रकाश डाला।
केंद्रीय अध्यक्ष प्रसेनजीत महतो ने मूल कॉन्सेप्ट जनजाति कुड़मि, मातृभाषा कुड़मालि और प्रकृति धर्म सारना का तथ्यात्मक विश्लेषण किया। उन्होंने सभी से संस्था के प्रति निष्ठा एवं समर्पण का भाव रखते हुए समाज के उत्थान में सहभागिता निभाने का आह्वान किया। साथ ही बिना सदस्यता ग्रहण किये एवं बिना अनुमति के असंवैधानिक तरीके से संस्था के नाम का किसी के द्वारा भी किसी भी तरीके से गलत इस्तेमाल ना करने का आग्रह किया।
सभा को 09 अक्टूबर को मुख्य अतिथि पद्मश्री छुटनि महतो, विशिष्ट अतिथि डॉ. सुधाँशु शेखर महतो एवं कोषाध्यक्ष गणेश्वर महतो, चन्द्रनाथ पटेल आदि ने भी संबोधित किया। 10 अक्टूबर को मुख्य अतिथि पूर्व केंद्रीय अध्यक्ष डॉ. विद्याभूषण महतो, विशिष्ट अतिथि कोल्हान यूनिवर्सिटी के कुड़मालि प्रो. सुभाष चन्द्र महतो, कुड़मालि शिक्षिका श्रीमती संगीता महतो व सविता महतो ने संबोधित किया।
10 अक्टूबर को सर्वसम्मति से केंद्रीय समिति का विस्तारीकरण किया गया। चन्द्रमोहन महतो, निरंजन महतो, तपन महतो (सभी झारखण्ड) एवं नंद महतो (असम) को केंद्रीय उपाध्यक्ष, रुपलाल महतो, रामविलास महतो, उमेश महतो (सभी झारखण्ड) एवं महादेव महतो (असम) को संयुक्त सचिव, चन्द्रनाथ भाइ पटेल को केंद्रीय प्रवक्ता सह कानूनी सलाहकार, डॉ. विद्याभूषण महतो को केंद्रीय मुख्य सलाहकार, डॉ. सुधाँशु शेखर महतो एवं पन्नालाल महतो को केंद्रीय सलाहकार, महिला मंच में सोनी देवी को केंद्रीय अध्यक्ष एवं पद्मश्री छुटनि महतो को केंद्रीय सचिव, दुलारी देवी को रामगढ़ जिलाध्यक्ष, संगीता महतो को जिलाध्यक्ष व सविता महतो को सचिव नियुक्त किया गया। वहीं जिलाध्यक्ष के रूप में सुधाँशु महतो को पूर्वी सिंहभूम, मनोज महतो को सरायकेला-खरसावां, शंकरलाल महतो को रामगढ़, जयप्रकाश पटेल को हजारीबाग, आनंद सागर को बोकारो, चौधरी चरण महतो को धनबाद, बिनोद बंसरिआर को गोड्डा से नियुक्त किया गया। राँची, चतरा, गिरीडीह, पश्चिम सिंहभूम सहित अन्य राज्यों और जिलों में तीन महीने के भीतर कमिटी गठन का निर्णय लिया गया।
सभा में शिल्पी विकास महतो, उजाला महतो, बिनोद महतो, मनगोविंद महतो, राजकुमार महतो ने एक से बढ़कर एक कुड़मालि झुमेइर गाकर समाँ बाँध दिया। सभा में विभिन्न राज्यों के विभिन्न जिलों से काफी संख्या में सदस्य शामिल हुए।