जमशेदपुर : रविवार को वाराणसी में अखिल भारतीय संत समिति के राष्ट्रीय महासचिव स्वामी जीतेंद्रानंद सरस्वती जी भारतीय जन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने मुलाकात की। उक्त जानकारी देते हुए भारतीय जन महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने बताया कि गत 2 दिनों से वाराणसी में हूं । स्वामी जी के दर्शनों का सौभाग्य मिला तो उनसे देश की कुछ समस्याओं पर चर्चा भी हुई और देश के ज्वलंत मुद्दों पर बहुत सारी जानकारी मिली । उनके द्वारा देश हित मे दिये गये संक्षिप्त संदेश के अनुसार –
“अभी देश जिन हालातों से गुजर रहा है उसमें जो महत्वपूर्ण काम है कि हिंदू समाज अपने दुश्मनों को पहचाने । हमारी चुनौतियां क्या है ? इस पर विचार करें । ऐसा नहीं है कि इस्लाम में व ईसाइयत के अंदर भेद नहीं है । दुश्मनी के स्तर तक आपस में शत्रुता भी है उनकी । इराक व ईरान शिया-सुन्नी के नाम पर 8 वर्षों तक लड़ते रहे लेकिन कम से कम हिंदू समाज के अंदर वर्ण और जात के नाम पर संघर्ष नहीं है । हां ऊंच-नीच की भावना है जो दूर होनी ही चाहिए । सार्वजनिक जीवन में सामान्य हिंदू समाज को सुचिता के साथ-साथ आक्रामक भी होना पड़ेगा । यहूदियों ने अपने बलिदानों को कभी नहीं भुलाया । हम अपने बलिदानो को याद रखें । हिंदू समाज अपने महापुरुषों के बलिदानों को भूल गया है । हम जन्मदिन तो मनाते हैं लेकिन अपने महापुरुषों की पुण्यतिथि मनाना भूल गए , उनके संघर्षों को भूल गए । यही हमारे लिए घातक हो गया । आगे आने वाले समय में क्या हम अपने महापुरुषों के बलिदानो को स्मरण करते हुए और उनकी पुण्यतिथि को मना सकते हैं , गा सकते हैं । यही सही में हमारा सबसे बड़ा उपकार होगा हिंदू समाज पर और हिंदू जागरण के लिए हमारा बड़ा कर्तव्य भी यही होगा ।” पोद्दार ने कहा कि स्वामी जी के उपरोक्त कथन को देशवासियों को उनके हित में बतलाना हम अपना कर्तव्य समझते हैं । इसी विचार के साथ आप सभी को यह जानकारी दी गयी है । यह जानकारी भारतीय जन महासभा के द्वारा जारी की गई एक विज्ञप्ति में दी गई है ।