जमशेदपुर :राष्ट्रीय प्रदूषण नियंत्रण दिवस प्रतिवर्ष 2 दिसंबर को भोपाल गैस त्रासदी में जान गंवाने वालों की याद में मनाया जाता है, जब 1984 में 2-3 दिसंबर की मध्यरात्रि को यूनियन कार्बाइड प्लांट से घातक गैस मिथाइल आइसोसाइनेट का रिसाव हुआ था। उस आपदा के प्रभाव 35 से अधिक वर्षों के बाद भी अब भी महसूस किए जा रहे हैं।
मुख्य उद्देश्य लोगों को प्रदूषण नियंत्रण अधिनियमों के महत्त्व के बारे में शिक्षित करना और उन्हें औद्योगिक आपदाओं के बारे में जागरूक करना है। इस दिन का उद्देश्य लोगों में वायु, मिट्टी, ध्वनि और जल प्रदूषण की रोकथाम के बारे में जागरूकता लाना है।
इसी उद्देश्य से विद्या भारती चिन्मय विद्यालय में कक्षा 9 के विद्यार्थियों के लिए “एनवोर्नमेंटल एनरिचमेंट” विषय पर एक रचनात्मक लेखन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया जिसपर विद्यार्थियों ने निबंध व लघु कहानी की रचना की।
छात्रों ने “माई ड्रीम अर्थ” विषय पर कविताएँ भी लिखीं।
विजेता छात्रों को ई-सर्टिफ़िकेट दिया गया। इसके अतिरिक्त दिवस विशेष पर छात्रों ने प्रदूषण उन्मूलन के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए सड़कों पर उतरकर पर्चे बाँटे तथा जागरूकता सम्बन्धी पोस्टर निकाले। विद्यालय प्राचार्या श्रीमती मीना विल्खु ने दिवस विशेष की गंभीरता व महत्त्व स्पष्ट करते हुए प्रतियोगी छात्रों की सराहना की ।