■ भारतीय इतिहास में पहली घटना जहां पीएम को किया गया टारगेट, पंजाब की कांग्रेस सरकार ने सरकारी तंत्र का बेशर्मी से किया दुरपयोग: रघुवर दास।
जमशेदपुर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बुधवार को पंजाब दौरे के दौरान फिरोजपुर जाते समय सुरक्षा में हुई चूक से भाजपाई आक्रोशित हो गए हैं। पीएम नरेंद्र मोदी के सुरक्षा में हुई सेंधमारी पर शहर के भाजपा कार्यकर्ताओं में भी उबाल है। गुरुवार को भाजयुमो जमशेदपुर महानगर के तत्वावधान में कार्यकर्ताओं ने साकची जिला कार्यालय से लेकर मुख्य गोलचक्कर तक मलाश जुलूस सह जनाक्रोश मार्च निकालकर पंजाब की कांग्रेस सरकार के खिलाफ विरोध दर्ज कराया। इस दौरान भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास, सांसद विद्युत वरण महतो, भाजपा महानगर अध्यक्ष गुँजन यादव, भाजयुमो जिलाध्यक्ष अमित अग्रवाल समेत कई नेतागण शामिल हुए। जिला कार्यालय से साकची गोलचक्कर तक हाथों में मशाल लिए भाजपा कार्यकर्ताओं ने पंजाब के सीएम चरणजीत सिंह चन्नी और कांग्रेस पार्टी के खिलाफ जमकर नारे लगाए। जनाक्रोश मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस पार्टी के खिलाफ हाथों में स्लोगन लिखे तख्तियां लेकर विरोध दर्ज किया।
इस अवसर पर पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष सह पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने पीएम मोदी की सुरक्षा में लापरवाही पर कड़ी प्रतिक्रिया देते हए कहा कि पंजाब में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ जो हुआ ,वो भारतीय इतिहास में पहली बार है। जहां सीधे तौर पर प्रधानमंत्री जैसे पद को निशाना बनाया गया। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कार्यक्रम स्थल जाने से रोका गया। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र का इतनी बेशर्मी से कभी भी दुरुपयोग नहीं हुआ, जैसा पंजाब की कांग्रेस सरकार ने किया। उन्होंने कहा कि पंजाब सरकार को यह भी बताना होगा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यक्रम स्थल के रूट की गोपनीय सूचना प्रदर्शनकारियों तक कैसे पहुंची। इसके साथ ही प्रधानमंत्री के तय रुट पर प्रदर्शनकारियों का इस तरह से जमावड़ा कैसे लग गया। पंजाब पुलिस द्वारा प्रदर्शनकारियों को हटाने के लिए कोई कार्रवाई क्यों नही की गयी। उन्होंने लाउडस्पीकर के माध्यम से भीड़ को इकट्ठा करने वाले व्यक्ति पर भी सवाल उठाया। श्री दास ने पाकिस्तान से सटे मात्र 10 किमी की दूरी पर पीएम मोदी के काफिले को इस तरह से रोके रखने को गंभीर साजिश बताया। उन्होंने मामले पर उच्च स्तरीय जांच की मांग की।
वहीं, सांसद विद्युत वरण महतो ने भी पंजाब सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस पार्टी देश के लोकप्रिय प्रधानमंत्री के खिलाफ नफरत की राजनीति कर रही है। पंजाब के पुलिस प्रशासन ने कांग्रेस सरकार के इशारे पर प्रधानमंत्री के काफिले के रास्ते में भारी लापरवाही बरतते हुए गंभीर खतरा उत्पन्न कर दिया, जिससे प्रधानमंत्री को बिना किसी कार्यक्रम में शरीक हुए लौटना पड़ा। यह घटना घटिया राजनीति का उदाहरण है। इस घटना की जांच कर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।
भाजपा महानगर अध्यक्ष गुंजन यादव ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सुरक्षा में चूक की घटना को साजिश करार दिया और कहा कि कि पंजाब की कांग्रेस सरकार की बड़ी साजिश असफल हई। उन्होंने कहा कि ऐसे साजिशकर्ता पार्टी को जनता करारा जवाब जरूर देगी।
मशाल जुलूस के दौरान पूर्व जिलाध्यक्ष चंद्रशेखर मिश्रा, देवेंद्र सिंह, रामबाबू तिवारी, नंदजी प्रसाद, दिनेश कुमार, जिला उपाध्यक्ष सुधांशु ओझा, बबुआ सिंह, जिला महामंत्री राकेश सिंह, जिला मंत्री पप्पू सिंह, मंजीत सिंह, कोषाध्यक्ष राजीव सिंह, नारायण पोद्दार, ओबीसी मोर्चा अध्यक्ष धर्मेंद्र प्रसाद, महिला मोर्चा अध्यक्ष ज्योति अधिकारी, किसान मोर्चा अध्यक्ष मुचीराम बाउरी, अनुसूचित जनजाति मोर्चा अध्यक्ष बिनानंद सिरका, अनुसूचित जाति मोर्चा अध्यक्ष अजीत कालिंदी, अल्पसंख्यक मोर्चा अध्यक्ष मोहम्मद निसार समेत मंडल अध्यक्ष संतोष ठाकुर, ध्रुव मिश्रा, सुरेश शर्मा, बबलू गोप, हेमंत सिंह, दीपक झा, संजय तिवारी, राजेश सिंह, प्रशांत पोद्दार, बरजंगी पांडेय, विनोद राय, अमरेंद्र पासवान, फातिमा शाहीन, संजय कुमार सिंह, संदीप शर्मा बौबी, चंचल चक्रवर्ती, हेमेंद्र जैन, त्रिदेव चटराज, दीपक पॉल, पवन सिंह, अभिमन्यु सिंह, शशि यादव, प्रकाश दुबे, गणेश सरदार, सन्नी संघी, सुमीत कुमार, सौरव कुमार, उपेंद्र गिरी, सुशील शर्मा, अभिषेक डे, शशांक शेखर, मनोज तिवारी, विशु सिंह, अभिषेक श्रीवास्तव एवं मंडल अध्यक्ष अनुराग मिश्रा, नवजोत सिंह सोहल, उमेश शाह, कंचन दत्ता, इक़बाल सिंह, डिंपल विश्वास, सुशील पांडे, राहुल कुमार, विकास सिंह, अंशुल कुमार, मानेश्वर गौड़, संभल किशोर, सुमित शर्मा समेत अन्य कार्यकर्ता उपस्थित थे।