बहु को बेटी से अधिक समझा,जिसका नतीजा ये है
जमशेदपुर:गोविंदपुर दुर्गानगर की रहने वाली रीमा कुमारी ने बीते दो दिन पहले अपने सास पर आरोप लगाते हुए कहा था कि पहले मेरे दामाद को खुश करोगी तो घर में रहने मिलेगा। इस आरोप के दो दिनों बाद आज मंगलवार को मीडिया से बात करते सास कौशल्या कुमारी ने बताया कि यह आरोप सरासर झूठ व निंदनीय है।एक सभ्य समाज में ऐसा बोलना भी पाप माना जाता है. कहा कि बहु परिवार को बर्बाद व बदनाम करने पर उतारु है। सास ने कहा कि पूरा परिवार को प्रताडि़त कर रही है। बहु रीमा को अपना बेटी से बढ़ कर समझा,जिसका नतीजा समाज एवम थाना देखना पड़ रहा है।बेटा का बक्सर में 2014 में शादी के बाद से उसका स्वभाव बिल्कुल सामाजिक नही रहा।आज भी अपने मायके व स्थानीय कुछ महिलाओं के बराबर में संपर्क में रहते हुए घर को अशांत करने की साजिश रचते रहती है।
सास ने बताय कि बहु के ईलाज के दौरान एक चिकित्सक ने मनोचिकित्सक के पास रेफर किया है। दो दिन पहले एक घटनाकक्रम के दौरान उसके ढकेलने से सास का हाथ में गहरी चोट भी लग गयी, जिसका इलाज टाटा मोटर्स अस्पताल में कराया गया था। जिसमें हाथ मे बैंडेज लगा हुआ है।इधर स्वसुर सुधीर सिंह ने कहा कि सेवानिवृति के बाद शांति से जीने का सपना ही टुट गया। स्वसुर ने बताया कि करीब 6 साल का एक पोता के नाम 2.5 लाख का एक एलआईसी में एफडी भी किया है. वह आज भी अपने पति पर शक की निगाह से देखती है. स्वसुर ने बताया कि दहेज व घर से निकालने की झूठी आरोप लगाकर गोविंदपुर थाना में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी, जिसमें सभी को क्लीनचिट मिल गयी है. वहीं बहु रीमा कुमारी ने अपने को सास, स्वसुर पर प्रताडि़त करने का दावा करते हुए गोविंदपुर थाना में शिकयत की है।