जमशेदपुर : जमशेदपुर स्थित टेल्को विद्या भारती चिन्मय विद्यालय में गणेश चतुर्थी उत्सव मनाया गया ।
” वक्रतुंड महाकाय, सूर्यकोटि समप्रभ:
निर्विध्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा”
अर्थात् – जो हाथी जैसे विशालकाय हैं, जिनका तेज सूर्य की किरणों के समान है, वे विघ्न-हारी और मंगलकारी हैं और साथ ही विद्या, युक्ति और प्रबंधन के विलक्षण संयोजक भी हैं। वे भगवान गणेश भक्तों के न सिर्फ कष्ट हरते हैं बल्कि उन्हें रिद्धि- सिद्धि भी प्रदान करते हैं। उनकी पूजा से सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं।
इस विश्वास के साथ आज विद्या भारती चिन्मय विद्यालय, टेल्को के प्रांगण में श्री गणेश चतुर्थी की पूजा सामाजिक दूरियों के नियमों का पालन करते हुए श्रद्धा के साथ संपन्न हुई। इस उत्सव का प्रारंभ गणेश वंदना से किया गया ।विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती मीना विल्खू ने विनम्रता और श्रद्धा के साथ अपने हाथों से मोदक, पुष्प आदि समर्पित किये। उसके बाद भजन और आरती हुई और शांति पाठ से पूजा का समापन किया गया । इस उपलक्ष्य पर विद्यालय की तरफ से एक सफल प्रयास किया गया जिसके तहत विद्यार्थियों के लिए विभिन्न प्रकार के क्रियाकलापों का आयोजन किया गया जिसमें कक्षा चौथी से लेकर ग्यारहवीं तक के छात्रों ने बड़े उत्साह और आनंद के साथ भाग लिया । बच्चों द्वारा 1841 गणेश की प्रतिमा बनाई गई । कक्षा चौथी और पांचवी के बच्चों ने एक छोटी – सी पटकथा तैयार की जिसे वीडियो के माध्यम से सुना गया । कक्षा छठी ,सातवीं ,आठवीं और नवीं के विद्यार्थियों ने मिट्टी, क्ले आदि सामग्रियों का प्रयोग कर तरह-तरह की आकर्षक और रंग – बिरंगी गणेश की प्रतिमा बनाई । कक्षा दसवीं के छात्र -छात्राओं ने चित्रकारी में अपनी अद्भुत कला का प्रदर्शन किया । कक्षा ग्यारहवीं के बच्चों ने कैनवास पेंटिंग द्वारा अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन किया । इन सबके अलावा बच्चों के लिए एक प्रतीकात्मक वीडियो बनाया गया और उसे प्रस्तुत किया गया। इन क्रियाकलापों से बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इस क्रियाकलाप का आयोजन विद्या भारती चिन्मय विद्यालय की प्राचार्या श्रीमती मीना विलखू के दिशा निर्देशानुसार हुआ।
