जमशेदपुर। शुक्रवार को जाहेर थान कमेटी की ओर से दिशोम जाहेर करनडीह, में “आखान जात्रा” के अवसर पर पारम्पारिक तीरंदाजी (जोस तूञ) प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इस प्रतियोगिता में 328 पुरुष अौर महिला शामिल हुए। पुरुषों के वर्ग में करनडीह सारजोमॉोला के सकला मुर्मू ने पहला गानताईडीह केे तारास हांसदा ने दूसरा तथा हालुदबानी, पाड़ाटोला के एक खिलाड़ी ने तीसरा स्थान प्रप्राप्त किया।
महिलाओं के वर्ग जाहेर टुडू को पहला, सरिता मार्डी को दूसरा, सुमित्रा हेम्ब्रोम को तीसरा स्थान मिला। पुरस्कार वितरण के मौके पर जाहेर थान कमेटी के अध्यक्ष सी.आर.माझी ने कहा तीरंदाजी प्रतियोगिता का आयोजन कर आदिवासी की सांस्कृतिक परम्परा को संरक्षित एवं संजोए रखने की शुरुआत है। महासचिव बुढान माझी ने कहा कि तीर धनुष आदिवासी संस्कृति से गहरा ताल्लुक रखती है। इसका उपयोग जन्म संस्कार, विवाह संस्कार एवं आत्मरक्षा हेतु किया जाता है। सह सचिव गणेश टुडू ने कहा कि आज अखान जात्रा है आज का दिन आदिवासी समाज के लिए बहुत ही ‘शुभ दिन है’. आज का दिन गृह निर्माण, नव वधु देखना, नया कार्य प्रारम्भ आदि सभी शुभ कार्य किए जाते हैं। पुरस्कार वितरण समारोह का संचालन जाहेर थान कमेटी के कोषाध्यक्ष वीर प्रताप मुर्मू ने किया तथा धन्यवाद ज्ञापन बाबुराम सोरेन ने किया। इस अवसर पर कमेटी के पीताम्बर माझी एवं रबिन्द्र नाथ मुर्मू भी उपस्थित थे।