जमशेदपुर /रांची : झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने दो मंत्रियों की कमी को भरपाई करते हुए अहम फैसला लिया है ।
राज्य के शिक्षा मंत्री जगरनाथ महतो का इलाज चल रहा है, इसको देखते हुए शिक्षा मंत्रालय को अपने पास ही रख लिया है।
जंहा स्कूली शिक्षा से लेकर शिक्षा विभाग से जुड़े तमाम मामले को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन खुद ही देखेंगे।जगरनाथ महतो कोरोना पोजिटिव होने के बाद से काफी दिनों से बीमार है। इसको देखते हुए शिक्षा मंत्रालय का काफी कामकाज नहीं हो पा रहा था, इसको देखते हुए यह नया बदलाव किया गया है, जिसके तहत खुद शिक्षा मंत्री का प्रभार हेमंत सोरेन के पास होगा जबकि जगरनाथ महतो के पास ही होने वाले मद्य निषेध मंत्रालय भी खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ही देखेंगे। निबंधन विभाग को भी खुद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के पास ही दिया गया है. इसके अलावा हाजी हुसैन अंसारी के निधन के बाद खाली हुए अल्पसंख्यक कल्याण मंत्रालय चंपई सोरेन को दे दिया गया है. चंपई सोरेन अभी आदिवासी कल्याण और परिवहन मंत्रालय देख रहे थे, लेकिन अब उनको अल्पसंख्यक कल्याण का भी प्रभार दे दिया गया है, जिसके बाद से वे पूूरे कल्याण विभाग का ही मंत्रालय देखेंगे. उनको तत्काल प्रभार से प्वभार दे दिया गया ।