जमशेदपुर : भाजपा प्रदेश कार्यसमिति सदस्य भरत सिंह ने किसान आंदोलन को एक राजनीतिक साजिश बताते हुए कहा कि सदियों से किसानों ने अपनी मेहनत से इस देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत कर लोकतंत्र को खड़ा करने में अपना योगदान दिया है।इसलिए यह देश किसानों का सदा आभारी रहेगा। पर दिल्ली में कृषि कानून का विरोध कर रहे लोग निसंदेह किसान नहीं हो सकते क्योंकि, देश का किसान कभी भी देश के लोकतंत्र को नुकसान नहीं पहुंचा सकता! हमारे देश के केंद्रीय कृषि मंत्री कई बार कई प्रस्तावों के साथ इन किसानों से मिले और कृषि कानून पर सुधार किया पर अब यह आंदोलनकारी लोग सरकार से बात करना ही नहीं चाहते और लोकतंत्र की हत्या करते हुए कृषि कानून पर पाबंदी लगा देना चाहते हैं। यदि केंद्र सरकार ने कृषि कानून को वापस लिया तो इस कृषि कानून का समर्थन करने वाले उत्तर प्रदेश, बिहार जैसे राज्यों के किसानों के अधिकारों की हत्या होगी। विपक्ष के बहकावे का शिकार हुए कुछ किसानों के लिए पूरे देश के किसानों के अधिकारों को छीन लेना संविधान के विरुद्ध होगा। इसलिए हम केंद्र सरकार से कृषि कानून के प्रति हो रहे विरोध पर जांच की मांग करते हैं।
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