पटना :- राज्य की वैसी महिलाएं जो पढ़ना तो चाहती हैं पर घर से कॉलेज दूर होने की वजह से आगे की पढ़ाई नहीं कर पाईं, उनके लिए अच्छी खबर है। अब गांव की बहू-बेटियों को भी ग्रेजुएट होने का मौका मिलेगा। इसके लिए नालंदा खुला विश्वविद्यालय (एनओयू) राज्यभर में 87 नए अध्ययन केन्द्र खोलेगा। ये सेंटर ऐसेे प्रखंडों में खोले जाएंगे, जहां स्नातक स्तर के कॉलेज नहीं हैं।
एनओयू ने अब तक 213 केन्द्र खोले
ये केन्द्र वैसी महिलाओं को उच्च शिक्षा हासिल करने का बेहतर मौका उपलब्ध कराएंगे, जो घर-गृहस्थी के चक्कर में मैट्रिक और इंटर के बाद आगे की डिग्री नहीं ले पाईं हैं। राज्य सरकार ने ऐसे 87 प्रखंडों की सूची नालंदा खुला विश्वविद्यालय को सौंपी है, जहां स्नातक की डिग्री प्राप्त करने का कोई स्कोप नहीं था। इन्हीं प्रखंडों में नालंदा खुला विश्वविद्यालय ने इस सत्र से दाखिला लेना शुरू किया है। इन केन्द्रों पर हर कोई दाखिला ले सकता है। सरकार की मदद से अब तक एनओयू ने 213 केन्द्र खोले हैं। सरकार का मानना है कि जब घर की बहू-बेटियां पढ़ेंगी, तभी समाज में सुधार आएगा।
एक अध्ययन केन्द्र पर सालाना सवा लाख रुपये का खर्च
इन केन्द्रों पर दाखिला भी खूब हो रहा है। यहां पर दाखिला के समय ही छात्र-छात्राओं को अध्ययन सामग्री उपलब्ध करा दिया जाता है, ताकि विद्यार्थियों को किसी प्रकार की दिक्कत नहीं हो। एक अध्ययन केन्द्र खोलने में एनओयू को सलाना लगभग सवा लाख रुपये का खर्च आता है।
इन जिले के प्रखंडों में खुले नए अध्ययन केन्द्र
जिला केन्द्र
बेगूसराय पांच
भागलपुर चार
दरभंगा चार
भोजपुर तीन
गया तीन
गोपालगंज चार
मधेपुरा चार
जमुई दो
कटिहार दो
मुजफ्फरपुर दो
बक्सर एक
कैमूर एक
किशनगंज एक
मधुबनी एक
नालंदा दो
पश्चिम चंपारण दो
पटना एक
पूर्वी चंपारण तीन
पूर्णिया एक
रोहतास तीन
सहरसा तीन
समस्तीपुर पांच
सारण चार
सीवान बारह
सुपौल तीन
वैशाली दो