रांची :- प्रदेश कांग्रेस का विवाद अब सड़क पर आ गया है. इसका नजारा गुरुवार दोपहर करीब दो बजे कांग्रेस भवन में देखने को मिला. यहां प्रदेश अध्यक्ष डॉ अजय कुमार और पूर्व केंद्रीय मंत्री सुबोधकांत सहाय के समर्थकों के बीच जम कर धक्का-मुक्की हुई और पत्थर चले. पथराव में दो फोटोग्राफर घायल हो गये.
उनके सिर में चोट लगी है. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी. सौ से अधिक कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया गया. उन्हें रांची यूनिवर्सिटी परिसर में देर शाम तक रखा गया. लगभग आधा घंटे तक चले इस घटनाक्रम से श्रद्धानंद रोड में दहशत का माहौल कायम हो गया था.
कांग्रेस पार्टी से निष्कासित राकेश सिन्हा व सुरेंद्र सिंह अपने समर्थकों के साथ बुधवार दोपहर दो बजे प्रेस कांफ्रेंस करने वहां पहुंचे थे. कांग्रेस भवन में पहले से मौजूद डॉ अजय के समर्थकों ने मुख्य दरवाजा बंद कर इन्हें घुसने से रोक दिया. उस वक्त वहां पार्टी के महानगर अध्यक्ष संजय पांडेय, प्रवक्ता आभा सिन्हा, राजीव रंजन प्रसाद, राजेश गुप्ता छोटू, अजय शाहदेव समेत कई मौजूद थे.
विवाद शुरू होते ही डॉ अजय व सुबोधकांत सहाय के समर्थकों के बीच तू-तू -मैं-मैं होने लगी. इस दौरान डॉ अजय कुमार के समर्थक सुबोधकांत के खिलाफ आपत्तिजनक कमेंट्स करने लगे. इधर सुबोधकांत के समर्थक भी अजय कुमार गो बैक के नारे लगाने लगे.
इसके बाद बात धक्का-मुक्की तक पहुंच गयी. जब कार्यकर्ता उग्र होने लगे तो कांग्रेस भवन परिसर की ओर से पत्थरबाजी शुरू हो गयी. विवाद बढ़ने पर भीड़ को हटाने के लिए पुलिस को लाठी भांजनी पड़ी. इसमें कई लोगों को चोट भी लगी. बाद में कई कार्यकर्ताओं को पुलिस रांची यूनिवर्सिटी ले गयी, जहां इन्हें शाम तक रखा गया.
तीसरी बार भिड़े कांग्रेसी
लोकसभा चुनाव के बाद तीसरी बार कांग्रेस कार्यकर्ताओं के बीच भिड़ंत हुई है. चुनाव की समीक्षा को लेकर रांची पहुंचे प्रभारी आरपीएन सिंह का कांग्रेस भवन में कार्यकर्ताओं ने विरोध किया था. तब डॉ अजय को हटाने की मांग हुई थी. तीन दिन पहले भी डॉ अजय कुमार का विरोध किया गया था. इस कई कार्यकर्ताओं को निष्कासित किया गया. गुरुवार को एक बार फिर कांग्रेस भवन में डॉ अजय व सुबोधकांत समर्थक आपस में भिड़ गये.
इधर, बुजुर्ग कांग्रेसी चल बसे, नहीं ली सुध
गुरुवार की सुबह वयोवृद्ध कांग्रेस नेता व अपर बाजार मंडल के अध्यक्ष रहे विश्वनाथ प्रसाद (75) का निधन हो गया. दूसरी ओर दोपहर में कांग्रेस भवन में सुबोधकांत और डॉ अजय समर्थक आपस में भिड़ गये. शोक जताने की बजाय कार्यकर्ता सरेआम पार्टी को शर्मसार करते रहे. आपसी लड़ाई में दिवंगत विश्वनाथ प्रसाद को पार्टी का झंडा तक नसीब नहीं हुआ़ हालांकि उनके निधन की सूचना कांग्रेस के नेताओं को वाट्सअप पर दी गयी थी. फिर भी पार्टी के तीन नेता ही शोक जताने उनके घर पहुंचे. इनमें पूर्व विधायक देवदत्त साहू के अलावा सुनील सिंह और नरेंद्र लाल गोपी थे.
कौन थे विश्वनाथ प्रसाद
वरिष्ठ कांग्रेस नेता विश्वनाथ प्रसाद अपर बाजार मंडल के 15 वर्ष तक अध्यक्ष रहे़ दो वर्षों से किडनी की बीमारी से जूझ रहे थे़ पैसे के अभाव में उनको अस्पताल से घर ले जाना पड़ा़ इस लाचार कांग्रेसी को तब भी कोई देखने नहीं पहुंचा था़ कांग्रेस नेता सुनील सिंह ने बताया कि बीमारी के क्रम में ही विश्वनाथ प्रसाद ने एक बार अपने पुत्र रिंकू से कहा था कि पार्टी ने मुझे छोड़ दिया, तुम कांग्रेस को मत छोड़ना़