जमशेदपुर : वीरता शौर्य और पराक्रम सैनिकों के आभूषण होते हैं और उनका बलिदान जीवन की श्रेष्ठ परम्परा, यह बात पूर्व सैनिकों ने अपने संबोधन में एक दीया शहीदों के नाम आयोजित कार्यक्रम में भारतीय सेना के सेवानिवृत्त पूर्व सैनिक और कार्यक्रम के संयोजक नायब सूबेदार उमेश सिंह ने कही। आज पूर्व सैनिक सेवा परिषद जममशेडपुर द्वारा गोलमुरी स्थित शहीद स्मृति स्थल में आयोजित इस कार्यक्रम का शुभारम्भ परिषद के ज़िला महामन्त्री नायब सूबेदार अनिल कु सिन्हा की पुष्पांजलि के साथ हुआ। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि देश जब आज अपने घरों को रोशन करने सजाने में व्यस्त है उस वक्त भी सैनिक अपने जीवन का सर्वश्रेष्ठ पल सीमा पर राष्ट्ररक्षा के लिए समर्पित कर रहा है। इसके बाद कार्यक्रम में हवलदार राकेश पाने और हवलदार निर्मल कुमार ने प्रथम दीप जलाकर शहीदों के माता पिता का स्नरण किया। उन्होंने कहा कि वे माता पिता भी धन्य हैं जिनके बलिदान से सैन्य परंपरा गौरवानिवित हो जाती है। उपस्थित सभी पूर्व सैनिकों और देशभक्तों ने बारी बारी से पुष्पांजलि अर्पित कर दिए जलाए और शहद स्मृति स्थल को नमन किया। कार्यक्रम के अंत में भारतमाता की जय और वीर शहीद अमर रहे के नारें के साथ उनके पराक्रम और बसलिदान को नमन किया। कल सीमा पर हुए पाकिस्तान की कायराना हरकत से शहीद सैनिकों और नागरिकों को भी श्रद्धांजलि दी गयी।इसके बाद संगठन गीत प्रस्तत किया गया। इस अवसर पर उपस्थित रहने वालों में हवलदार उमेश सिंह
हवलदार राकेश पांडे
हवलदार निर्मल कुमार
सूबेदार अनिल कु सिन्हा
हवलदार जसबीर सिंह
नायक मुकेश कु सिंह
सिद्धनाथ सिंह
नायक लाल बाबू सिंह
हवलदार रजनीश कु सिंह
हवलदर गौतम लाल
हवलदार बी के यादव
कुन्दन सिंह, सर्जेंट संतोष कु सिंह, हवलदार जितेंद्र सिंह,हवलदार नरेश स्वैन
सार्जेंट संतोष मिश्रा
सार्जेंट विकाश कुमार
परमहंस यादव, हवलदार सत्यप्रकाश, नायब सूबेदार अमरेन्द्र कुमार, नीरज कुमार।