जमशेदपुर : अक्षय नवमी के मौके पर टेल्को आम बगान मैदान, श्रीराम मंदिर समेत कई स्थानों पर महिलाओं ने आंवला पेड़ के नीचे पूजा अर्चना की। हर साल की भांति इस बार भी टेल्को कॉलोनी रोड नंबर आठ की महिलाएं ने आम बगान मैदान में भगवान विष्णु की विधिवत पूजा अर्चना की। वहीं आंवला पेड़ के नीचे भोजन बनाने का काम शुरू हुआ। फिर दोपहर में महिलाओं ने सामूहिक रूप से प्रसाद के तौर पर भोग ग्रहण की। इस मौके पर टेल्को आम बगान सेवा समिति के सदस्य काफी सक्रिय रहे। इस मौके पर करीब दो सौ से ज्यादा लोगों ने खिचड़ी व खीर खाया। उधर श्रीश्री राम मंदिर प्रांगण में भी महिलाओं की जुटान हुई। महिलाएं सुबह-सुबह सात बजे पूजा स्थल पर पहुंचकर अपने आराध्य देव की पूजा करने लगी।
क्या है पूजा का महत्व, क्या हैं मान्यताएं
अक्षय नवमी भगवान विष्णु की पूजा के लिए बेहद शुभ दिन माना जाता है। कहते हैं कि इस दिन पूजा-पाठ करने से यह जन्म ही नहीं बल्कि अगले कई जन्म सुधर जाते हैं और हमें अक्षय लाभ की प्राप्ति होती है।
अक्षय नवमी को आंवला नवमी भी कहते हैं। धार्मिक पुस्तकों में बताया गया है कि आंवले की उत्पत्ति ब्रह्माजी के आंसुओं से हुई है। कहा जाता है कि यह सृष्टि के आरंभ में आनेवाले पौधों मे से एक है और यह पृथ्वी के पहले फल के रूप में भी पूजा जाता है।