झायुमो जिला अध्यक्ष बबन राय ने 13 डंपर को पकड़ कर पुलिस को सौंपा, पुलिस ने जांच शुरू की,डंपर बेली बोधनवाला का

6
टेल्को आजाद मार्केट में है श्याम इलेक्ट्रॉनिक

जमशेदपुर : जमशेदपुर के टाटा स्टील परिसर से निकलने वाले स्लैग से छोटे छोटे लोहे के टुकडों को चुनकर अपना गुजारा करने वाले स्लैग पीकर्स की स्थिति अत्यंत दयनीय हो गई है. बीते 3 से 4 सालों से उन्हे स्लैग से लोहा चुनने के लिए नहीं मिल रहा है. इसी बात को लेकर बुधवार देर रात स्लैग पीकर्स यूनियन के सदस्यों के साथ झायुमो के जिला अध्यक्ष बबन राय ने स्लैग से लदे 13 डंपर को मरीन ड्राइव से पकड़ा औऱ पुलिस के हवाले कर दिया. इस दौरान इन लोगों ने मौके पर हंगामा भी किया. गुरुवार की सुबह भी यूनियन के लोगों के साथ झायुमो के जिला अध्यक्ष बबन राय ,जिला उपाध्यक्ष विक्टर सोरेन के साथ अन्य सदस्य ने बिष्टुपुर थाना पहुंचे और पुलिस से न्याय दिलाने की मांग पर अड़ गए. इस संबंध में कमेटी की सदस्य बोती देवी ने बताया कि वो लोग पिछले 45 सालों ने स्लैग चुन कर अपना गुजारा करते है. बीते 3-4 सालों ने कंपनी से गाड़िंय़ा कम निकल रही है. जिससे उन्हे दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. हाल के दिनों में बेली बोधनवाला द्वारा कंपनी से स्लैग लदा डंपर निकाला जाता है जिसे की हाइवे पर डंप किया जाता है. कंपनी से निकले वाले स्लैग को अब स्लैग पीकर्स को ना देकर उसे सीधे कहीं औऱ डंप किया जा रहा था. इसकी जानकारी मिलने पर यूनियन ने मरीन ड्राइव से 13 डंपर को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया है. उन्होने इस मामले में पुलिस को एक लिखित शिकायत भी की है. वहीं पुलिस इस मामले की जांच कर रही है. बिष्टुपुर थाना प्रभारी रणविजय शर्मा ने बताया कि मामले की जांच कर ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।

क्या है पूरा मामला :
जमशेदपुर के स्लैग पीकरों का बुरा हाल है. आपको बता दें कि टाटा स्टील से निकलनेवाले स्लैग को चुनकर ये स्लैग पीकर्स अपनी जीविका चलाते थे, जिसका टाटा स्टील में निबंधन भी था. लगभग 40 सालों से यह संस्था जमशेदपुर में चल रही है. बताया जा रहा है कि पूर्व प्रथानमंत्री स्वर्गीय इंदिरा गांधी ने इस संस्था को मान्यता दी थी. वहीं टाटा स्टील से निकलने वाले स्लैग पर अब बड़े-बड़े कारोबारियों ने कब्जा जमा लिया है, जो कंपनी परिसर से स्लैग निकालकर शहर से बाहर डंप करते हैं और मोटी रकम वसूलते हैं. बीती रात संस्था के सदस्यों ने एक दर्जन से भी अधिक स्लैग लदे गाड़ियों को पकड़ा और उसे साकची थाना पुलिस के हवाले कर दिया. बताया जा रहा है कि सभी गाड़ियां तारापोर कंपनी के है, जिसके मालिक समाजसेवी कहे जानेवाले बेली बोधनवाला है. वहीं संस्था के लोगों ने चालीस साल पुराने दिनों को याद करते हुए कहा कि पहले स्लैग पीकरों को कंपनी की ओर से कई सुविधाएं दी जातीं थी. लेकिन आज कंपनी बाजार वाद को बढ़ावा दे रही है, जिससे शहर के निबंधित स्लैग पीकर्स भूखमरी के कगार पह आ गए हैं. वहीं इन्होंने कंपनी से निकलने वाले स्लैग पर अपना अधिकार होने का दावा किया। बताया जाता है कि समाज सेवी वेलिबोधन वाला ने बिस्टुपुर थाना आये थे अपनी बात रख कर वापस थाना से निकल गए।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Next Post

कोरोना महामारी से बंद बेबी क्लीनिक 2 नवंबर से शुरू होगी,टाटा मोटर्स अस्पताल ने गाइडलाइन जारी किया

Fri Oct 30 , 2020
जमशेदपुर : कोरोना महमारी के वजह से टाटा मोटर्स अस्पताल के बेबी क्लिनिक बंद पड़ा हुआ है। अब करीब सात माह बाद टाटा मोटर्स अस्पताल प्रबंधन की ओर संचालित वेल बेबी क्लिनिक की शुरुआत फिर से दो नवंबर से की जाएगी। कोरोना को लेकर इस बेबी क्लिनिक को बंद किया […]

You May Like

फ़िल्मी खबर