जमशेदपुर : स्वतंत्र भारत के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहरलाल नेहरू का यह मानना था कि बच्चे एक राष्ट्र की वास्तविक ताकत और समाज की नींव हैं। अतः उनकी जयंती के विशेष अवसर पर बाल दिवस मनाया जाना उनके लिए एक श्रद्धांजलि है। प्रतिवर्ष इस दिन भारत सरकार और भारतीय बाल कल्याण परिषद द्वारा बहादुरी और निस्स्वार्थ सेवा के उत्कृष्ट कार्य करने वाले बच्चों को राष्ट्रीय वीरता पुरस्कार से सम्मानित किया जाता है। दिवस विशेष पर चाचा नेहरू को श्रद्धांजलि देने व छात्र समाज को निस्स्वार्थ सेवा करने की प्रेरणा पाने के उद्देश्य से विद्या भारती चिन्मय विद्यालय के विद्यार्थियों ने बाल दिवस मनाया।
नर्सरी – कक्षा 3 तक के बच्चों ने वर्चुअल माध्यम द्वारा विभिन्न खेलों व मनोरंजक गतिविधियों में हिस्सा लिया।
वहीं कक्षा 4-7 तक के छात्रों को वीरता पुरस्कार पर विडीओ दिखाया गया।
कक्षा 8 और कक्षा 9 के विद्यार्थियों ने नेहरू जी के चित्रांकन द्वारा अपनी कलात्मक अभिव्यक्ति दर्शायी।
कक्षा 11 के छात्रों ने नेहरू जी के प्रेरक उद्धरणों के साथ डूडल आर्ट व कैलीग्राफ़ी की।
विद्यालय प्राचार्या श्रीमती मीना विल्खु ने दिवस विशेष पर बच्चों के उत्साह व उनकी सहभागिता की प्रशंसा की। साथ ही एक डिजिटल कार्ड साझा करते हुए उन्हें बाल दिवस की बधाई दी व उनके उज्जवल भविष्य की कामना की और यह भी आशा जताई कि वे अपने देश-समाज के लिए उपयोगी साबित हों।