जमशेदपुर: वर्ष 1979 के फ़रवरी महीने का पहला दिन, यह वह दिव्य दिवस था, जब 160 छात्रों, 6 शिक्षकों और एक दूरदर्शी के विश्वास को मूर्त रूप देने की एक महान इच्छा के साथ विद्या भारती चिन्मय विद्यालय की नींव रखी गई।इसे टाटा मोटर्स ( तत्कालीन टेल्को)और चिन्मय मिशन के संरक्षण में स्थापित किया गया था जो बच्चों को एक मूल्य-आधारित और समग्र शिक्षा प्रदान कर उनके व्यक्तित्व के शारीरिक, मानसिक, बौद्धिक और आध्यात्मिक पहलुओं के एकीकृत विकास का मार्ग प्रशस्त करता है, जो भारतीय संस्कृति के ज्ञान, नैतिकता, देशभक्ति और सार्वभौमिक दृष्टिकोण की भावना से समृद्ध है और जो देश के भावी नागरिकों में आधुनिक जीवन की चुनौतियों का मुस्कान के साथ सामना करने व अपने सकारात्मक योगदान से दुनिया बदलने की क्षमता विकसित करता है।
विद्यालय के 43वें वर्षगाँठ तक की यात्रा उसके विस्तार, संबद्धता,उसकी सांस्कृतिक विशिष्टता व शैक्षिक उन्नयन का आरोहण मात्र नहीं है अपितु यह विद्यालय में पोषित होते सशक्त समृद्ध समाज का साक्षी भी है जो कोविड-19 जैसे महामारी के दौरान भी अपनी कार्यशैली में अपेक्षित परिवर्तन कर दृढ़ता से डटा रहा।
स्थापना दिवस के विशिष्ट अवसर पर आयोजित वर्चूअल कार्यक्रम का शुभारंभ प्रार्थना से हुआ, साथ ही पवित्र दीप प्रज्ज्वलन के साथ विद्यालय प्रबंध समिति के अध्यक्ष श्रीमान मानस मिश्रा ने विद्यालय के सम्मान में सभा को सम्बोधित किया।तत्पश्चात् विद्यालय के संस्थापक शिक्षिकाओं में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित श्रीमती विपिन शर्मा एवं श्रीमती शीला श्रीवास्तव को पुष्पगुच्छ से सम्मानित किया गया। इस मौके पर दोनों शिक्षिकाओं ने अपनी विद्यालयी यात्रा व अनुभव साझा करते विद्यालय गौरव पर वक्तव्य दिया।विद्यालय में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाने वाली एक अन्य संस्थापक सदस्य मंजुला आंटी को भी पुष्पगुच्छ से सम्मानित किया गया।प्राचार्या श्रीमती मीना विल्खु ने विद्यालय की विकास यात्रा व वैश्विक महामारी की चुनौतियों के बीच विद्यालय की तैयारी पर वक्तव्य प्रस्तुत किया।तत्पश्चात् गुरुपादुकस्तोत्रम का पाठ व भजन, हवन, चिन्मय आरती व शांतिपाठ के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।
बच्चों को दिवस विशेष पर एक विडीओ दिखाया गया जिसमें पूर्व छात्रों के अनुभव,विद्यालय की आधारिक संरचना व गतिविधियों व सुविधाओं को दर्शाया गया।
विद्यालय प्राचार्या श्रीमती मीना विल्खु ने एक डिजिटल कार्ड साझा कर विद्यालय सदस्यों को स्थापना दिवस की बधाई दी।