जमशेदपुर:विश्व दयालुता दिवस सकारात्मक शक्ति व परहित के लिए दयालुता के सामान्य धागे पर ध्यान केंद्रित करने वाले समुदाय में अच्छे कार्यों को उजागर करने के लिए है ,जो मानव हृदय को एक सूत्र में बांधता है। दयालुता मानवीय स्थिति का एक मूलभूत हिस्सा है जो जाति, धर्म, राजनीति, लिंग और स्थान के विभाजन को पाटता है। दिन विशेष पर विद्या भारती चिन्मय विद्यालय में कक्षा 5 के विद्यार्थियों ने एमीअबल कम्पैन्यन गतिविधि के अंतर्गत आवारा या पालतू जानवरों और पक्षियों को खाना खिलाया और उन्हें खिलाते तथा उनकी देखभाल करते समय तस्वीर खिंचवा कर पशु पक्षियों के प्रति अपनी सम्वेदना को चित्रबद्ध किया ।
वहीं कक्षा 6 के छात्रों ने गतिविधि बॉन्ड ऑफ़ अफ़िनिटी के अंतर्गत बच्चों को सांस्कृतिक विरासत और पारिवारिक इतिहास की एक कड़ी प्रदान करने वाले पात्रों दादा दादी के साथ अधिक समय बिताया तथा उनके साथ घनिष्ठ संबंध के सकारात्मक प्रभाव को पहचाना । साथ ही उन मूल्यवान क्षणों को तस्वीरों में क़ैद किया।
इसके अतिरिक्त कक्षा 7 के विद्यार्थियों ने गतिविधि ऐफ़ेबल सिब के माध्यम से भाई-बहन के स्वस्थ सम्बन्ध जो पारिवारिक मूल्यों, भावनात्मक हितों व एक दूसरे के समर्थन को व्यक्त करती हों, तस्वीरें साझा कीं।
विद्यालय प्राचार्या श्रीमती मीना विल्खु ने कहा कि उपरोक्त गतिविधियाँ छात्रों में बढ़ती सम्वेदना व उनके भावनात्मक विकास को बलवती करने में सहायक सिद्ध होंगी, उन्होंने दिन विशेष पर बच्चों की सहभागिता व उनके कृत्यों की प्रशंसा की।