जमशेदपुर : महाविद्यालय खुलने पर महाविद्यालय के पूर्व प्राचार्य, राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर, संथाली के विद्वान, पद्मश्री प्रो दिगंबर हांसदा को श्रद्धांजलि अर्पित किया गया।
इस अवसर पर सर्वप्रथम प्रो दिगंबर हांसदा के तस्वीर पर प्राचार्य डॉ अमर सिंह , कोल्हान विश्वविद्यालय के सिंडिकेट सदस्य अमिताभ सेनापति ने मालार्पण एवं पुष्पांजलि कर किया। फिर सभी शिक्षकों एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों द्वारा पुष्पांजलि अर्पित किया गया।
इस अवसर पर प्राचार्य डॉ अमर सिंह ने कहा कि प्रो दिगंबर हांसदा झारखंड राज्य के एक रत्न थे जिनके निधन से गहरा दुःख हुआ है। महाविद्यालय के लिए और राज्य के लिये अपूर्णीय क्षति है। उनका सादगीपूर्ण जीवनशैली हम सबों के लिए प्रेरणाश्रोत है। सिंडिकेट सदस्य अमिताभ सेनापति ने कहा कि संथाली समाज, भाषा एवं संस्कृति को उच्च स्तर पर पहुंचाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान रहा। उन्होंने कहा कि कोल्हान विश्विद्यालय के सिंडिकेट की बैठक में दीक्षांत समारोह का ड्रेस कोड तय करने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही जिसमे झारखंडी संस्कृति की झलक दिखती है। जनजातीय क्षेत्रों में शिक्षा के विकास में उनके योगदान को युगों युगों तक याद रखा जाएगा।
बिनोद कुमार ने उनके रास्ते पर चलने के लिए आव्हान किया।विनय कुमार गुप्ता ने कहा कि प्रो हांसदा का व्यक्तित्व हमसबों को हमेशा प्रेरित करेगा। सौरभ वर्मा ने बचपन से उनके साथ बिताये संस्मरणों को याद किया और उन्हें अभिभावक बताया।
श्रद्धांजलि कार्यक्रम के अंत में उनकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। इस अवसर पर मुख्य रूप से डॉ अमर सिंह, अमिताभ सेनापति, डॉ अजेय वर्मा, डॉ दीपंजय श्रीवास्तव, डॉ संचिता भई सेन,बिनोद कुमार,विनय कुमार गुप्ता,भगवान साव,अरविंद पंडित,पुरुषोत्तम प्रसाद,संतोष राम,एल सी दास, मोहन कुमार,डॉ मीनू,डॉ शबनम परवीन,सौरभ वर्मा,मिहिर डे, पुनिता मिश्रा,रेखा दास ,हरिहर टुडू, रामप्रवेश सिंह, गोपीनाथ,विनय कुमार आदि उपस्थित थे।