रांची:- राजधानी के मेन राेड स्थित इकरा मस्जिद के बाहर सड़क पर अब जुमे की नमाज नहीं पढ़ी जाएगी। मस्जिद के खतीब माैलाना डाॅ. उबैदुल्लाह कासमी अाैर मस्जिद शूरा कमेटी (संचालन समिति) ने जाम लगने से होे वाली परेशानी काे देखते हुए यह पहल की है। इन्हाेंने शुक्रवार काे सड़क पर नमाज पढ़ने आए लाेगाें काे राेक दिया।
किसी को तकलीफ देना गलत
नमाज से पूर्व जुमे की तकरीर में माैलाना उबैदुल्लाह ने कहा- बार-बार मना करने के बाद भी कुछ लाेगाें ने सड़क पर नमाज पढ़ने की आदत बना ली है। मस्जिद की मार्केट और बगल में खाली जमीन हाेने के बावजूद लाेग इधर-उधर खड़े रहते हैं। जैसे ही जमात खड़ी हाेती है, लाेग सड़क पर कतारबद्ध हाेकर नमाज पढ़ने लगते हैं। यह इस्लाम के नजरिए से जायज नहीं है। दूसराें काे तकलीफ देना सही नहीं है। नमाज के दाैरान करीब एक घंटे तक मेन राेड में जाम की स्थिति बन जाती है। इससे लाेगाें काे परेशानी हाेती है। खासकर एंबुलेंस में मरीजाें और स्कूल बसाें में छाेटे-छाेटे बच्चाें काे।
मस्जिद कमेटी ने लोगों को रोका
लाेग सड़क पर नमाज अदा न करें, इसलिए मस्जिद संचालन समिति ने जायनमाज (जिस कपड़े को बिछाकर नमाज अदा करते हैं) उपलब्ध कराना बंद कर दिया है। माैलाना उबैदुल्लाह ने पहले भी कहा था कि नमाज पाक-साफ जगह पर अदा करने का हुक्म है। जबकि सड़क पर नाली का पानी बहता है। गंदगी रहती है। इसलिए मस्जिद में ही नमाज पढ़ें। लेकिन कुछ लाेग इस पर ध्यान नहीं दे रहे। इसे देखते हुए शुक्रवार काे संचालन कमेटी के लोग सड़क पर पहुंच गए। उन्हाेंने नमाज शुरू हाेने के दाैरान सभी काे सड़क पर नमाज पढ़ने से राेक दिया।
दूसरी मस्जिदाें में भी होगा प्रयास
माैलाना उबैदुल्लाह ने कहा-शहर के जिन मस्जिदाें में सड़क पर नमाज अदा करने से आने-जाने वालाें काे तकलीफ हाेती है, वहां भी इस पर राेक लगाई जाएगी। इस महीने मजलिस के बैनर तले शहर की सभी मस्जिदाें के इमाम की बैठक करेंगे। प्रयास किया जाएगा कि सड़क पर नमाज अदा न की जाए।