चुनाव आयोग ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया

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नई दिल्ली : चुनाव आयोग ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल समेत 5 राज्यों के विधानसभा चुनावों की तारीखों का ऐलान कर दिया। बंगाल में 8 चरणों में, असम में 3 चरणों और बाकी 3 राज्यों- असम, केरल और तमिलनाडु में एक चरण में ही चुनाव होंगे। सभी राज्यों के नतीजे 2 मई को आएंगे। आइए जानते हैं पांच राज्यों के चुनाव से जुड़ी 10 बड़ी बातें।

1- पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव
294 विधानसभा सीटों वाले पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में विधानसभा के चुनाव होंगे। यहां पहले चरण में 30 सीटों पर 27 मार्च को वोटिंग होगी। दूसरे चरण में भी 30 सीटों पर 1 अप्रैल को, तीसरे चरण में 31 सीटों पर 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। चौथे चरण में 44 सीटों पर 10 अप्रैल को, पांचवें चरण में 45 सीटों पर 17 अप्रैल को, छठे चरण में 43 सीटों पर 22 अप्रैल को और सांतवें चरण में 36 सीटों पर 26 अप्रैल को वोटिंग होगी। आठवें और आखिरी चरण में 35 सीटों पर 29 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। नतीजे 2 मई को घोषित होंगे। पश्चिम बंगाल में मुख्य मुकाबला सत्ताधारी टीएमसी, बीजेपी और लेफ्ट-कांग्रेस गठबंधन के बीच है।
2- बंगाल में 8 चरणों में वोटिंग की वजह
चुनाव आयोग ने अपनी प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान यह भी साफ किया कि पश्चिम बंगाल में 8 चरणों में चुनाव क्यों कराए जा रहे हैं। हिंसा की आशंका का जिक्र करते हुए मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा, ‘हमने कई फैक्टर्स को लेकर लॉ ऐंड ऑर्डर का मूल्यांकन किया है। पिछली बार 7 चरणों में चुनाव हुए थे लिहाजा इस बार 8 चरणों में चुनाव कोई बड़ा मुद्दा नहीं है।’
3- जरूरत पड़ी तो बंगाल में स्पेशल ऑब्जर्वर्स बढ़ेंगे
पश्चिम बंगाल में पिछले कई सालों से राजनीतिक हिंसा होती आई है। इसीलिए चुनाव आयोग का फोकस सूबे में शांतिपूर्ण चुनाव कराने पर है। यही वजह है कि चुनाव आयोग ने पश्चिम बंगाल चुनाव के लिए 2 स्पेशल ऑब्जर्वर नियुक्त किए हैं। मुख्य चुनाव आयुक्त अरोड़ा ने कहा कि अगर जरूरत पड़ी तो तीसरे ऑब्जर्वर को भी भेजा जा सकता है।
4- असम में तीन चरणों में वोटिंग
126 विधानसभा सीटों वाले असम में 3 चरणों में वोटिंग होगी। पहले चरण में 12 जिलों की 47 सीटों के लिए 27 मार्च को वोट पड़ेंगे। पहले चरण की अधिसूचना दो मार्च को जारी होगी। असम में दूसरे चरण में 13 जिलों की 39 विधानसभा सीटों पर 1 अप्रैल को वोटिंग होगी। तीसरे चरण में 12 जिलों की 40 विधानसभा सीटों के लिए 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। इस चरण की अधिसूचना 12 मार्च को जारी होगी।
5- तमिलनाडु, केरल और पुदुचेरी में एक चरण में 6 अप्रैल को वोटिंग
पश्चिम बंगाल और असम के बाद बाकी बचे तीन राज्यों में एक ही चरण में वोटिंग होगी। तमिलनाडु की सभी 234 सीटों, केरल की 140 और पुदुचेरी की 30 सीटों के लिए 6 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे।
6- कुल 824 सीटें, 18.6 करोड़ वोटर, 2.7 लाख पोलिंग बूथ, सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम
पांचों राज्यों को मिलाकर कुल 824 विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव होंगे। 18.6 करोड़ वोटर 2.7 लाख मतदान केंद्रों पर अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे। इनमें से अकेले पश्चिम बंगाल में ही 1 लाख से ज्यादा मतदान केंद्र होंगे। पश्चिम बंगाल में 1 लाख 1 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन होंगे। तमिलनाडु में 88 हजार से ज्यादा, असम में 33 हजार से अधिकऔर केरल में 40 हजार से ज्यादा पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। इसी तरह पुडुचेरी में भी 1500 से अधिक पोलिंग स्टेशन बनाए गए हैं। संवेदनशील इलाकों में स्थित मतदान केंद्रों में वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी और पर्याप्त संख्या में केंद्रीय बलों की तैनाती की जाएगी। मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि सभी संवदेनशील क्षेत्रों की पहचान कर ली गई है और वहां केंद्रीय दलों की तैनाती कर दी गई है। 
7- कोरोना इफेक्ट: ऑनलाइन जमानत राशि, टीकाकरण, एक घंटे ज्यादा वोटिंग
कोरोना महामारी के मद्देनजर गाइडलाइंस का पालन करते हुए वोटिंग होगी और इसका समय एक घंटे बढ़ाया गया है। जमानत राशि ऑनलाइन जमा कराई जाएगी। वोटिंग से पहले चुनाव ड्यूटी में लगे सभी कर्मचारियों को कोरोना का टीका लगाया जाएगा। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने चुनाव ड्यूटी में लगे सभी कर्मचारियों को फ्रंटलाइन वर्कर्स घोषित कर रखा है।
8- अधिकतम 5 लोग कर सकेंगे घर-घर प्रचार, रोडशो में सिर्फ 5 गाड़ियां
उम्मीदवार समेत अधिकतम 5 लोगों को ही घर-घर जाकर वोट मांगने की इजाजत होगी। रोड शो में 5 से अधिक गाड़ियों की अनुमति नहीं दी जाएगी। चुनाव से जुड़ी जानकारी के लिए चुनाव आयोग ने टोल फ्री नंबर 1950 जारी किया है।
9- उम्मीदवारों के लिए खर्च सीमा
पुडुचेरी में कोई उम्मीदवार अधिकतम 22 लाख रुपये चुनाव प्रचार पर खर्च कर सकता है। लेकिन बाकी 4 राज्यों में किसी एक सीट पर कोई उम्मीदवार अधिकतम 38 लाख रुपये खर्च कर सकेगा।

10- नतीजे आने तक रिटायर हो जाएंगे मौजूदा मुख्य चुनाव आयुक्त
मुख्य चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा ने कहा कि यह उनकी आखिरी प्रेस कॉन्फ्रेंस है। वह 13 अप्रैल को रिटायर हो रहे हैं। इसका मतलब है कि 2 मई को जब चुनाव नतीजे घोषित होंगे, तब वह मुख्य चुनाव आयुक्त नहीं रहेंगे।

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