जमशेदपुर : क्रांतिकारी मदन लाल ढींगरा की जयंती 18 सितंबर (शनिवार) को भारतीय जन महासभा के देश विदेश के लोगों ने बड़े ही धूमधाम से मनायी गई । मुख्य समारोह जमशेदपुर स्थित डॉ श्रीकृष्ण सिन्हा संस्थान परिसर में आयोजित किया गया । कार्यक्रम में राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्म चंद्र पोद्दार ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि मदनलाल ढींगरा क्रांतिकारी शिरोमणि वीर विनायक दामोदर सावरकर के प्रमुख सहयोगी थे । कहा कि वीर सावरकर की प्रेरणा से ही उन्होंने कर्जन वायली का वध किया था । इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि संरक्षक राजेंद्र कुमार अग्रवाल ने कहा कि क्रांतिकारी मदनलाल ढींगरा का स्मारक अजमेर , राजस्थान में है । कहा कि 17 अगस्त सन 1909 में उन्हें लंदन में ही फांसी दी गई थी और बाद में उनकी अस्थियों को भारत लाया गया था । कहा कि केवल 26 वर्ष की आयु में बीसवीं शताब्दी का महान कहा जाने वाला यह युवक भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के इतिहास में एक अप्रतिम नाम है ।
समारोह को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि संरक्षक हरि बल्लभ सिंह आरसी ने कहा कि कर्जन वायली ब्रिटिश भारतीय सेना में उच्चाधिकारी थे । ऐसे दुष्ट का वध करने का कार्य मदनलाल ढींगरा ने किया । कहा कि 1 जुलाई 1909 में अंग्रेजों की धरती लंदन में किसी अंग्रेज उच्चाधिकारी को मार डालना यह एक बहुत बड़ी घटना हुई । किसी अंग्रेज अधिकारी को अंग्रेजों की ही धरती पर मारने का कार्य पहले भारतीय मदनलाल ढींगरा ने किया और इस प्रकार से उन्होंने अपने अदम्य साहस का परिचय दिया
इस जयंती समारोह में मुख्य रूप से श्री पोद्दार के अलावे संरक्षकद्वय हरि बल्लभ सिंह आरसी एवं राजेंद्र कुमार अग्रवाल , डॉ पवन कुमार दत्ता , प्रकाश मेहता , बसन्त कुमार सिंह , डॉ श्याम लाल पांडेय , डी एन सिंह , ताराचंद पूर्ति , प्रभात झा , रवि रंजन , संतोष कुमार गनेड़ीवाला , एवं अपने-अपने स्थानों पर जयंती मनाने वालों में मुख्य रूप से कदमा जमशेदपुर से संतोष मिश्रा , सिंगापुर से बिदेह नंदनी चौधरी , जुगसलाई जमशेदपुर की (वर्तमान में पुणे से) अर्चना बरनवाल , पाकुड़ से कृष्णा कुमार साहा , गोड्डा से दिवाकर मंडल , जुगसलाई जमशेदपुर से प्रमोद कुमार खीरवाल आदि अनेक लोगो के नाम सम्मिलित है । यह जानकारी भारतीय जन महासभा के द्वारा जारी की गयी एक प्रेस विज्ञप्ति में दी गई है ।