जमशेदपुर : विगत 14 सितंबर को लोकसभा में भाजपा के डुमरियागंज, उतरप्रदेश के सांसद जगदम्बिका पाल जी के द्वारा भोजपुरी, राजस्थानी और भोटी भाषा को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग के उपरांत कल 19 सितंबर को राज्यसभा में दिवगंत युवा तुर्क स्व चन्द्रशेखर के सुपुत्र नीरज शेखर ने प्रधानमंत्री तथा गृहमंत्री से भोजपुरी को संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की है ,नीरज शेखर उतरप्रदेश से भाजपा के राज्यसभा सांसद हैं. उन्होंने कहा कि भोजपुरी एक अन्तर्राष्ट्रीय भाषा है जो भारत में बीस करोड़ लोगों द्वारा बोली जाती है जबकि विदेशों में सात – आठ करोड़ लोग इसे बोलते हैं. उन्होंने कहा कि भोजपुरी मॉरीशस, फिजी, यूगांडा, सूरीनाम, नेपाल, मालदीव समेत अनेक देशों में बोली जाती है. मॉरीशस, नेपाल में तो इसे संवैधानिक मान्यता भी प्राप्त है. नीरज शेखर ने कहा कि भोजपुरी भाषा को मान्यता देने की मांग संसद में 1969 से ही उठायी जा रही है और पिछले पाँच दशक से यह संघर्ष जारी है. उन्होंने कहा कि पिछली कांग्रेस नीति यूपीए सरकार ने तो इसे मान्यता देने का निर्णय भी ले लिया था और तत्कालीन गृहमंत्री पी चिदम्बरम जो हिन्दी भी कम बोलते हैं भोजपुरी में बोलते हुए कहा था कि ” हम र उआ सब के भावना से अवगत बानी. ” उन्होंने सभापति वेंकैया नायडू से आग्रह करते हुए कहा कि करोड़ों लोगों की भावना का सम्मान किया जाना चाहिए।
सम्पूर्ण भोजपुरी विकास मंच के महामंत्री प्रदीप सिंह भोजपुरिया ने इस मांग का समर्थन करते हुए भारत सरकार से इसे अविलंब संविधान की 8वीं अनुसूची में शामिल करने की मांग की है तथा संसद नीरज शेखर जी को हार्दिक धन्यवाद दिया है।