जमशेदपुर : लोक आस्था एवं प्रकृति के महान पर्व छठ पूजा को लेकर झारखंड सरकार ने कोरोना महामारी के मद्देनजर जो गाइडलाइन जारी किया है यह गाइडलाइन बिल्कुल बेतुका है तथा लोक आस्था और लोक भावनाओं को ठेस पहुंचाने वाली है । कल झारखंड सरकार ने जो दिशा निर्देश जारी किया है उसके संबंध में अपना विरोध एवं असहमति जताते हुए सांसद विद्युत वरण महतो ने कहा कि जिस प्रकार दुर्गा पूजा एवं दीपावली में गाइडलाइन जारी कर पूजा करने की अनुमति आधुनिक रूप से दी गई थी उसी के तर्ज पर छठ पूजा में भी व्रतियों को और उनके सहयोगियों को नदी में जाकर अर्घ्य देने की अनुमति प्रदान करनी चाहिए थी ।साथ ही साथ बिहार के तर्ज पर पूरे झारखंड में भी तालाबों में छठ व्रत करने की व्यवस्था झारखंड सरकार को करना चाहिए था ।जिसमें झारखंड सरकार पूरी तरह से विफल रही है या हम यह भी कह सकते हैं यह महान छठ व्रत करने वालों की झारखंड सरकार ने अनदेखी की है ।झारखंड सरकार उनकी भावना को समझने में बुरी तरह से विफल रही है। सांसद विधुत वरण महतो ने कहा अभी भी वक्त है झारखंड सरकार अपने गाइडलाइन में सुधार करें और जन भावनाओं का सम्मान करते हुए समुचित दिशा निर्देश जारी करें ताकि भगवान सूर्य की उपासना सभी लोग पूरे मनोयोग और पवित्र भाव से कर सकें ।सरकार को इस महान आस्था के पर्व में सहयोगी की भूमिका निभानी चाहिए ना कि उपेक्षा करने का।
You May Like
-
3 years ago
प़ीड़ित परिवार को विधायक ने मदद का आश्वासन दिया