


जमशेदपुर : कोरोना महामारी के वजह से इस बार शहर में भव्य तरीके से काली पूजा नहीं होगी। वर्ष 2019 तक 22 फीट की काली पूजा मनायी जाती थी। खास तौर से विसर्जन के दिन डोली पर काली मां की प्रतिमा ले जायी जाती थी। जिसमें तीन सौ सदस्यों की टीम डोली प र बैठाकर तारकंपनी स्थित सी टू तालाब में मां काली का विसर्जन किया करते थे।
हर वर्ष की तरह इस वर्ष नहीं होगी 22 फीट काली मां की प्रतिमा
इस साल 22 फीट की काली मां की प्रतिमा नहीं बनायी जाएगी। साथ ही लोगों से चंदा भी नहीं लिया जाएगा। बावजूद इच्छुक लोग स्वेच्छा से चंदा दे सकते है। भोग का आयोजन कमेटी के सदस्यों के लिए किया जाएगा। छोटी प्रतिमा बनाकर काली पूजा की जाएगी। इससे पूर्व काली पूजा में आठ लाख रुपए का खर्च हुआ करता था। यह लाइसेंसी पूजा है । यंग बॉयज क्लब 22 फीट काली पूजा कमिटी के अध्यक्ष पप्पू मिश्रा ने बताया कि कोरोना महमारी की वजह से सरकार के गाइडलाइन के अनुसार पूजा करनी है। यह लाइसेंसी काली पूजा है। हर साल प्रशाशन के द्वारा लाइसेंस निर्गत किया जाता है, मगर कोरोना के वजह से लाइसेंसी 22 फिट काली जी की प्रतिमा बनाने की अनुमति नही मिली और नाही बिजली, पानी उपलब्ध हुआ ।