जमशेदपुर : सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए इस पूरे कार्य अवधि पर जुस्को आफिस टेल्को के समक्ष धरने पर बैठे रहे , वरिष्ठ कांग्रेसी नेता आनंद बिहारी दुबे धरना स्थल पर पहुंचे एवं मजदूरों से उनकी समस्याओं की जानकारी ली मजदूरों ने बताया की सारे मजदूर विगत 30 – 35 वर्षों से भी ज्यादा अवधि से मेंटेनेंस का कार्य कर रहे हैं इस अवधि में टाटा मोटर्स ने ठेकेदारों को बदला परंतु कभी भी मजदूर या यहां कार्यरत सुपरवाइजर को नहीं बदला , 5 वर्ष से जूस्को को टाटा मोटर्स ने ठेका दी थी और जुस्को ठेका कर्मी को बराबर परेशान करने का काम किया है षड्यंत्र राचता रहता है
जूस्को के द्वारा यहां कार्यरत तकरीबन 20 कामगारों को जो लगातार 30 – 35 वर्षों से कार्यरत है उन्हें 60 साल के आयु का हवाला देते हुए कार्य से बैठा दिया आश्चर्यजनक तरीके से किसी भी कर्मचारी का किसी तरह का कोई सेटेलमेंट जुस्को के द्वारा नहीं दिया गया अब एक नया बात कहते हुए कि टाटा मोटर्स ने 55 साल से ज्यादा उम्र के कामगारों को कार्य पर रखने से मना किया है 55 साल से ज्यादा आयु के कामगारों को भी जो लगातार पिछले 30 वर्षों से कार्यरत है काम से बैठा रही है
उन्हें भी किसी तरह का कोई बेनिफिट देने की बात जुस्को के द्वारा नहीं की जा रही ।
जुस्को के द्वारा जिन ठेका कंपनियों को कार्य पर लगाया गया है उन ठेका कंपनियों में सिंह इंटरप्राइजेज के द्वारा मजदूरों का पीएफ तो काटा जा रहा है परंतु पिछले दिसंबर महीने के बाद से आज तक पीएफ का पैसा जमा नहीं किया गया संग संग दूसरे ठेका कंपनी मोहन ठाकुर के द्वारा गलत तरीके से पूरे महीने काम करने वाले कामगारों का भी मात्र 18 से 20 दिन का पीएफ एवं ईएसआई का पैसा जमा किया जाता है बार बार बताने के बाद भी जुस्को के पदाधिकारियों के द्वारा किसी तरह की कोई पहल नहीं की जाती है ।
जुस्को के द्वारा नियुक्त ठेका कंपनियों के द्वारा सुपरवाइजरों को ना तो मिनिमम वेजेस का लाभ दिया जा रहा है नाही जो पैसे मिल रहा है वही पूरा दिया जा रहा है हर महीने कह दिया जाता है की पेमेंट जुस्को के द्वारा मिलने के बाद पैसे देंगे अभी स्थिति यह है कि कई सुपरवाइजरों का लाख लाख रुपए का राशि जुस्को के ठेकेदारों के पास लंबित है जुस्को टाटा के एथिक्स की बात तो करती है परंतु ना तो किसी ठेका मजदूर को पोशाक दिया दिया जा रहा है नाही सेफ्टी इक्यूपमेंट्स उपलब्ध कराया जा रहा है ।
जून महीने में लॉकडाउन के नाम पर सभी मजदूरों को बैठा कर रखा गया परंतु उस पीरियड का वेतन भी मजदूरों को नहीं दिया गया । मजदूरों की सारी बातों सुनने के बाद श्री दुबे ने फोन पर टाटा मोटर्स प्रबंधन को जानकारी दी एवं चेताया किस महामारी के दौर में इससे पहले की मजदूरों का यह आंदोलन उग्र हो टाटा मोटर्स अपने ठेका कंपनी जुस्को से बात कर यह सारी बातें जो बिल्कुल ही न्याय संगत और लेबर एक्ट के दायरे में आती है सेटल करवा दें अन्यथा यह मामला और बढ़ेगा और यह टाटा कंपनी के सोच के विपरीत होगा इसकी जिम्मेवारी भी जिसको प्रबंधन की होगी Tata Group of Companies में ठेका कर्मचारियों के सारे भुगतानों को सुनिश्चित करवाने की जिम्मेवारी कंपनी के कांटेक्टर सेल / एच आर विभाग की होती है जब-जब टाटा मोटर्स ने ठिका कंपनियों को बदला तो होना यह चाहिए था कि टाटा मोटर्स उन कंपनियों से इन मजदूरों का फाइनल दिलवा देती और यदि नहीं दिलवाया गया तो प्रिंसिपल इम्पलायर होने के नाते यह टाटा मोटर्स की जिम्मेवारी है कि वह इनका जो फाइनल बनता है वह इनको दें और यदि लेबर एक्ट का या किसी भी तरीके का मजदूरों का शोषण होगा तो हम लोग चुप नहीं बैठेंगे हम लोगों के होते ऐसा नहीं हो सकता । आज के कार्यक्रम में मुख्य रूप से कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और चाईबासा के प्रभारी श्री सामंतों कुमार जी कोल्हान कांग्रेस के प्रवक्ता श्री अतुल गुप्ताजी जिला कांग्रेस के महासचिव श्री संजय घोषजी कांग्रेस के वरिष्ठ नेता श्री सुशील घोषजी मनोज कांतजी इत्यादि नेता एवं एनुअल कॉन्ट्रैक्ट वर्कर्स के सभी कामगार एवं सुपरवाइजर मौजूद थे।