जमशेदपुर: माहवारी के दौरान कई छात्राएं स्कूल नहीं आती हैं। उन्हें संकोच लगता है। इस कारण छात्राओं को अध्ययन में भी परेशानी होती है। इस कारण छात्राएं ड्रापआउट भी हो जाती हैं। इस समस्या का समाधान जमशेदपुर स्थित टाटा वर्कर्स यूनियन स्कूल ने किया है। इनर व्हील क्लब के सहयोग से ऐसे छात्राओं को जागरूक करने के लिए विशेष कक्ष का निर्माण किया गया है। इसमें माहवारी के दौरान इस्तेमाल किये जाने सैनेट्री पैड, दवा, बेड, केटल, हॉट वाटर बैग, दवाईयां, सेनिटरी वेंडिंग मशीन, जागरूकता को लेकर चार्ट्स, स्लोग्नस, किताबें, सुझाव बॉक्स, वास बेसिन सहित माहवारी से संबंधित अन्य सामग्री भी क्लब के सौजन्य से उपलब्ध करवाई गई। माहवारी के दौरान छात्राओं को परेशानी होने पर वे इस विशेष कक्षा का इस्तेमाल कर सकेंगी। इस तरह की कक्षा प्रारंभ करने वाला यह झारखंड का पहला सरकारी स्कूल है। इस कक्षा का नाम एमएचएम (मेंसट्रूअल हेल्थ एंड हाइजिन) लैब दिया गया है। इस लैब का उद्घाटन गुरुवार को जिला शिक्षा पदाधिकारी एसडी तिग्गा, इनर व्हील क्लब ऑफ जमशेदपुर वेस्ट की अध्यक्ष निभा मिश्रा, क्लब की पूर्व जिला चेयरमैन अरुणा तनेजा ,ए अलकनंदा बखशी एंव,स्कूल की प्रधानाध्यापिका सेतेंग केरकेट्टा ने किया द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।
इस अवसर पर इनर व्हील क्लब की अध्यक्ष निभा मिश्रा, विज्ञान शिक्षिका शिप्रा मिश्रा ने कहा कि हर वर्ष सरकारी स्कूलों में 23 प्रतिशत छात्राएं परीरियड के दौरान होने वाली परेशानियों और झिझक के कारण छात्राएं स्कूल छोड़ देती है। स्कूल में घर जैसा माहौल मिले। जरूरत पड़ने पर सारी जरूरत की चीजें स्कूल में उपलब्ध हों, इसके लिए इस विशेष कक्षा का निर्माण किया गया, ताकि स्कूल में ही छात्राओं को जागरुक कर ड्रॉपआउट के अनुपात को कम किया जा सके।